प्रयागराज (ब्यूरो) शातिर पप्पू सोनकर शहर के जार्जटाउन थाना क्षेत्र स्थित अल्लापुर डंडिया का रहने वाला है। वर्ष 2020 के पूर्व उसकी माली हालत काफी खराब थी। पुलिस की छानबीन में मालूम चला कि उसके दिलो दिमाग में शार्टकट रास्ते से पैसा कमाने का नशा हावी हो गया था। ड्रग की सप्लाई में कूद पड़ा। इसके लिए वह गाजीपुर जिले के राजेश कुमार से संपर्क किया। राजेश ड्रग का थोक सप्लायर है। गाजी से उसके जरिए स्मैक का थोक सौदा किया जाता था। पप्पू सोनकर उसी से स्मैक खरीदकर जरिए बस व ट्रेन सहित अन्य साधनों से लाया करता था। लाए गए स्मैक की जिले में सप्लाई के लिए वह गुर्गों को पाल रखा था। उसके गुर्गे पुडिय़ा बनाकर शहर के जार्जटाउन, अतरसुइया, दारागंज, कैंट, नैनी, झूंसी व शंकरगढ़, फाफामऊ जैसे स्मैक बेचा करते थे। इस काम के लिए वह गुर्गों को अच्छी खासी रकम और संरक्षण भी दिया करता था। इस स्मैक से कमाई गई नोट के जरिए पप्पू झूंसी के गंगोत्री नगर नैनी के एग्रीकल्चर क्षेत्र और घूरपुर में जमीन का काम शुरू कर दिया था।

सीओ को मिली थी सूचना

शुक्रवार देर रात सीओ करछना अजीत ङ्क्षसह चौहान खबर मिली कि घूरपुर के इरादतगंज हवाई पट्टी के पास कुछ बदमाश पहुंचने वाले हैं। मुखबिर खास की खबर वह घूरपुर थाने की फोर्स के साथ मौके पर घेराबंदी कर लिए। कुछ देर बाद बाइक से आ रहे शख्स पर पुलिस को शख्स हुआ। पुलिस उसे रोकने की कोशिश की तो वह शख्स टीम पर फायर झोंकते हुए भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गोली उसके पांव में लगी और वह गिर पड़ा। पांव में गोली लगने के बाद पकड़े शातिर की पहचान ड्रग माफिया पप्पू सोनकर के रूप में हुई। घटना स्थल पर पहुंचे एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित के मुताबिक पप्पू सोनकर के खिलाफ जार्जटाउन, अतरसुइया, कैंट, झूंसी, दारागंज, नैनी, घूरपुर व शंकरगढ़ थाने में करीब तीस मुकदमें दर्ज हैं। वह जार्जटाउन थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। पिछले कुछ समय से वह और उसका गैंग यमुनापार में एक्टिव था।

टीम द्वारा ड्रग माफिया पप्पू सोनकर को रोकने की कोशिश की गई। इस बीच वह पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया। बचते हुए जवाबी कार्रवाई में वह पुलिस टीम की गोली से घायल होकर पकडा गया।

सौरभ दीक्षित, एसपी यमुनापार