प्रयागराज (ब्यूरो)। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी ने क्रेडिट बेस्ड चाइस सिस्टम (सीबीसीएस) रेगुलेशन में बदलाव किया है। संशोधित सीबीसीएस को इवि की परीक्षा समिति, विद्वत परिषद और कार्य परिषद से मंजूरी मिल गई है। यह रेगुलर मोड में संचालित डिग्री, डिप्लोमा और प्रमाणपत्र पाठ्यक्रमों पर लागू होगा। संशोधन के बाद अब सेमेस्टर पाठ्यक्रमों में दो साल लगातार फेल होने पर विद्यार्थी कोर्स से हो जाएंगे। साथ ही पास होने के लिए सेशनल और एंड सेमेस्टर को मिलाकर नंबरों की गणना का अध्याय बंद हो गया है।
रिजल्ट से होता था कन्फ्यूजन
विशेष तौर पर बीटेक पाठ्यक्रमों में यह समस्या आती थी कि कई विद्यार्थी प्रथम सेमेस्टर क्लीयर नहीं कर पाते और आठवें सेमेस्टर में पहुंच जाते हैं। इससे असमंजस की स्थिति रहती है। नए सीबीसीएस रेगुलेशन में इसका समाधान निकाला गया है। यदि कोई विद्यार्थी एक सेमेस्टर में लगातार दो साल फेल हो जाता है तो वह कोर्स से बाहर हो जाएगा। इसके अलावा दूसरा महत्वपूर्ण बदलाव पाङ्क्षसग माक्र्स पर है। पूर्व की व्यवस्था में सेशनल और एंड सेमेस्टर को मिलाकर पास होने के लिए 40 प्रतिशत अंक होने आवश्यक थे। सेशनल और एंड सेमेस्टर में अलग-अलग पास होने की बाध्यता नहीं थी।
नयी व्यवस्था में किये गये प्रावधान
नई व्यवस्था के तहत छात्रों को सेशनल और एंड सेमेस्टर को जोड़कर 40 प्रतिशत अंक पाने होंगे।
साथ ही सेशनल और एंड सेमेस्टर दोनों में 40 प्रतिशत अंक पास होने के लिए लाना होगा।
कापियों का मूल्यांकन पेपर सेटर से कराने की बाध्यता खत्म कर ज्यादा उत्तरपुस्तिका होने पर अन्य परीक्षकों की मदद ली जा सकेगी।
अंकों की गणना का प्रारूप बदला गया है।
पहले सीजीपीए से 9.5 का गुणा कर अंक की गणना होता थी अब 10 से गुणा कर अंक की गणना होगी।
इससे छात्रों को फायदा मिलेगा।
क्रेडिट बेस्ड च्वाइस सिस्टम के रेग्युलेशन में काफी चेंज किया गया है। सीजीपीए की गणना का मानक भी चेंज किया गया है। इससे कन्फ्यूजन की स्थिति नहीं रहेगी और छात्रों को फायदा होगा। रिवाइज रेग्युलेशन यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है।
एके कनौजिया, एग्जामिनेशन कंट्रोलर, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी
रक्षा अध्ययन विभाग ने जारी किया फस्र्ट कटआफ
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में पीजी कोर्सेज में प्रवेश का बिगुल बज गया है। सभी विभागों को पीजीएटी का परिणाम भेजे जाने के बाद गुरुवार को रक्षा अध्ययन विभाग ने एमए-एमएससी प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश के लिए कटआफ जारी कर दिया है। इस कटआफ के आधार पर 30 जुलाई से विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर खुल रहे पोर्टल पर काउंसिङ्क्षलग होगी। अन्य विभाग भी जल्द ही कटआफ जारी करना शुरू कर देंगे। रक्षा अध्ययन एमए-एमएससी प्रथम सेमेस्टर के लिए अनारक्षित श्रेणी में 155.40 अंक से ऊपर अंक पाने वाले, ओबीसी में 146-134 अंक, एससी में 150-132 तथा एससी में 148-114 अंक प्राप्त विद्यार्थी काउंसिङ्क्षलग के लिए बुलाए गए हैं। एमएससी जैव प्रौद्योगिकी कार्यक्रम में प्रवेश के लिए फीस स्ट्रक्चर जारी किया गा है। अभ्यर्थी दस्तावे•ा सत्यापन प्रक्रिया पूरी करने के बाद आनलाइन पंजीकरण और विश्वविद्यालय शुल्क का भुगतान कर सकते हैं। उनको 7809 रुपये की विश्वविद्यालय फीस के अलावा पहले सेमेस्टर के लिए 30 हजार रुपये की सेमेस्टर फीस जमा करनी होगी। अर्थशास्त्र विभाग की अध्यक्ष प्रो। किरन ङ्क्षसह ने बताया कि परिणाम मिलने के बाद कटआफ तैयार किया जा रहा है। सोमवार तक कटआफ जारी कर दिया जाएगा।
एसएस खन्ना में बीएड काउंसिङ्क्षलग फार्म जारी
एसएस खन्ना महिला महाविद्यालय ने सत्र 2024-26 की बीएड प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित महिला अभ्यर्थियों के लिए काउंसिङ्क्षलग फार्म जमा करने की तिथि बढ़ा दी गयी है। महाविद्यालय काउंटर से बीएड काउंसिङ्क्षलग फार्म 26 से 31 जुलाई तक प्राप्त करके आपूरित आवेदन पत्र बीएड कार्यालय में जमा करना होगा। कालेज ने स्पष्ट कर दिया है कि जो अभ्यर्थी काउंसिङ्क्षलग फार्म नहीं भरेंगे उनके आवेदन पर विचार नही किया जाएगा। फार्म जमा करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई है। प्रवेश मेरिट के आधार पर होंगे।