-विश्व नर्स दिवस पर किया गया नाटक का मंचन

<-विश्व नर्स दिवस पर किया गया नाटक का मंचन

ALLAHABAD: ALLAHABAD: विश्व नर्स दिवस पर मंजिल की ओर से हड्डी गोदाम करैली में एक नाटक का मंचन हुआ। नाटक के माध्यम से लोगों में खत्म हो रही सेवा भावना पर प्रहार किया गया। लोगों को अपने बुजुर्गो के प्रति संवेदनशील होने के लिए जगाया गया।

बुढ़ापा बोझ बन गया

नाटक के माध्यम से बताया गया कि आज इस देश में बुढ़ापा बोझ बन गया है। माता-पिता बच्चों को पाल पोस कर बड़ा करते हैं, लेकिन बड़े होने पर यही बच्चे माता-पिता को घर से बाहर निकाल देते हैं। दर-दर भटकने के लिए छोड़ देते हैं। बचपन जीवन का सुप्रभात है और बुढ़ापा जीवन की सांझ। बच्चे और बूढ़े एक जैसे होते हैं। दोनों को सहारा, प्यार और दुलार चाहिए। कलाकार नागेश पटवा, अनिल पटवा, कंचन श्रीवास्तव, उत्कर्षित कुशवाहा, शुभम केसरवानी जीवंत अभिनय से लोगों के बीच सेवा का संदेश दिया।