प्रयागराज ब्यूरो ।मंगलवार रात कोतवाली को उड़ाने की धमकी मिलने से पुलिस प्रशासन के होश उड़ गए। कोतवाली में मौजूद दरोगा सिपाही हरकत में आ गए। बम की आशंका पर पूरी कोतवाली छान ली गई। पिछले कई घंटे के दौरान आए गए लोगों की गतिविधि को सीसीटीवी पर देखा गया। पुलिस घंटों परेशान रही। धमकी देने वाले की तलाश शुरू हो गई। धमकी के लिए इस्तेमाल किए गए नंबर की डिटेल खंगाली गई। नंबर एक फुल्की बेचने वाले का निकला। पुलिस ने बुधवार को उसे गिरफ्तार कर लिया। जब उसने राज खोला तो पुलिस की जान में जान आई। आरोपित को नैनी जेल भेज दिया गया है।
आधी रात मचा हड़कंप
रात के समय कोतवाली में सन्नाटे का माहौल था। रात के 12 बजकर 55 मिनट पर पुलिस कंट्रोल रूम के सीयूजी नंबर से कोतवाल के सीयूजी नंबर पर फोन आया। बताया गया कि 112 से सूचना मिली है कि थोड़ी देर में कोतवाली प्रयागराज को बम से उड़ा दिया जाएगा। सूचना मिलते ही कोतवाली में मौजूद दरोगा सिपाही हरकत में आ गए। कुछ सिपाही पिछले कई घंटे के दौरान कोतवाली में आने वाले लोगों को देखने के लिए सीसीटीवी फुटेज देखने लगे। कुछ सिपाही कोतवाली में बम तलाशने लगे। आनन फानन में आला अफसरों को जानकारी दी गई। सर्विलांश की टीम एक्टिव कर दी गई। जिस नंबर से धमकी दी गई थी। उसकी डिटेल खंगाली जाने लगी। पता चला कि मोबाइल नंबर शिवकुमार पुत्र इंद्रबहादुर का है। शिवकुमार लालापुरा बरांव थाना करछना का रहने वाला है। करछना पुलिस की टीम उसके घर भेज दी गई। वहां से पता चला कि शिवकुमार मोहत्सिमगंज में किराए पर रहता है। वहां पर दबिश दी गई तो शिवकुमार मौके पर नहीं मिला। सर्विलांश टीम लगातार शिवकुमार के मोबाइल नंबर को ट्रेस करने में लगी रही। आखिरकार शिवकुमार को दरोगा कृष्णमुरारी चौरसिया और सिपाही अमित कुमार ने साउथ मलाका पानी टंकी के पास से दोपहर में करीब 11 बजे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस को चेक करने के लिए दी धमकी
गिरफ्तार शिवकुमार से पुलिस ने लंबी पूछताछ की। दरोगा कृष्ण मुरारी चौरसिया ने बताया कि शिवकुमार ने अपने बयान में बताया कि उसने पुलिस की तेजी चेक करने के लिए कोतवाली उड़ाने की धमकी दी थी। दरोगा के मुताबिक शिवकुमार फुल्की बेचने का काम करता है। करीब दो वर्ष पूर्व उसका एक लाख रुपया एक परिचित ने ले लिया था। जिस पर शिवकुमार ने केस दर्ज कराया था। पुलिस ने मामले में चार्जशीट लगा दी। तब से वह पुलिस से खफा था। मंगलवार रात वह फुल्की बेचने के बाद शराब पी। इसके बाद डॉयल 112 पर फोन लगाया। जब फोन उठा तो उसने कहा कि कुछ देर में कोतवाली को बम से उड़ा दिया जाएगा। पुलिस ने गिरफ्तार शिवकुमार को चालान करने के बाद कोर्ट में पेश किया। वहां से उसे नैनी जेल भेज दिया गया।