एसआरएन में भर्ती दो मरीजों में हो चुकी है ब्लैक फंगस की पुष्टि
डॉक्टर बोले पैनिक होने की जरूरत नहीं, शुरुआती लक्षण न करें नजरअंदाज
प्रयागराज में पोस्ट कोविड एफेक्ट ब्लैक फंगस की इंट्री हो चुकी है। एसआरएन में भर्ती दो मरीजों में इसके लक्षण पाये गये हैं। इनका इलाज शुरू हो चुका है। इसे लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट भी एलर्ट मोड में आ चुका है। इस पर डॉक्टर्स का कहना है कि शुरुआती लक्षणों पर सभी को ध्यान रखना चाहिए। संकेत मिलते ही डाक्टर से सम्पर्क करके इलाज शुरू करा दें। बाडी को इम्युनिटी देने वाले उपाय करते रहें। इससे इस पर आराम से काबू पा लिया जाएगा। लक्षण दिखने के बाद भी इसे छिपाए रखना पेशेंट के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
50 साल तक उम्र है दोनों पेशेंट की
कोरोना से ज्यादा इन दिनो ब्लैक फंगस की चर्चा है। कोविड को मात दे चुके लोगों में इसके लक्षण सामने आने के बाद से पैनिक क्रिएट हो चुका है। प्रयागराज में पैनिक इसलिए भी है क्योंकि यहां दो पेशेंट मिल चुके हैं। एसआरएन अस्पताल के कोविड नोडल डॉ सुजीत वर्मा के अनुसार 50 साल के व्यक्ति समेत दो मरीजों में दुर्लभ ब्लैक फंगस की बात सामने आई है। उनका कहना है कि यह गंभीर बीमारी है और यह दिमाग और आंखों को अपनी चपेट में लेता है। जो मरीज कोरोना से ठीक हो चुके हैं वह अपनी इम्युनिटी को बरकरार रखने की कोशिश करें। यही इससे बचने का बेस्ट आप्शन है।
इन लक्षणों पर रखें निगाह
आंख और नाक के आसपास लाल चकते व निशान
नाक में दिक्कत पैदा होना
आंखों कीरोशनी कम होना और काला डिस्चार्ज निकलना
चेहरे पर सूजन होना
इन मरीजों को रहना होगा होशियार
जिन लोगों को शुगर लेवल उनके कंटोल में नही है
जिन मरीजों ने इलाज के दौरान स्टेरायड का इस्तेमाल किया है
जन मरीजों की इम्युनिटी बहुत अधिक कम हो चुकी है
ऐसे होगा बचाव
कोरोना से ठीक होने के बाद डॉक्टर के संपर्क में रहें
खानपान पर विशेष ध्यान दें
शुगर को अपने कंटोल में रखे और स्टेरायड का सेवन न करें
लक्षण सामने आने पर ईएनटी स्पेशलिस्ट से संपर्क करें
मेरे पास इस संक्रमण के कुछ मरीज आए थे। उनको इलाज उपलब्ध करा दिया गया है। बहुत अधिक पैनिक होने की जरूरत नही है। पोस्ट कोविड मरीजों को बस अपने पर ध्यान देना है। समय पर इलाज शुरू हो गया तो फिर चिंता करने की जरूरत नही है।
डॉ एलएस ओझा
ईएनटी सर्जन ओझा अस्पताल