प्रयागराज (ब्यूरो)। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि बेली, एसआरएन और काल्विन अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए कुल 110 बेड आरक्षित किए गए हैं और इनमें से 58 बेड अभी खाली हैं। इनमें कोई भी संक्रमित डेंगू मरीज भर्ती हो सकता है। अगर कोई अस्पताल मरीजों को भर्ती करने से मना करता है तो उस पर कार्रवाई होगी। बता दें कि इस समय प्राइवेट अस्पतालों में बडुी संख्या में डेंगू के मरीज भर्ती कराए गए हैं।
अस्पताल खाली बेड
बेली अस्पताल 33
एसआरएन अस्पताल 25
काल्विन अस्पताल 25
मिलेगा फ्री इलाज
शासन और प्रशासन ने डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए सीधी हिदायत जारी की है। अधिकारियों का कहनाह कि डेंगू के मरीजों का तत्काल भर्ती कर इलाज शुरू करा दिया जाए। उनकी जांच भी निशुल्क की जाएगी। वहीं प्राइवेट अस्प्तालों में मरीज महंगी और इलाज कराने को मजबूर हैं। कुछ दिन पहले कुछ मरीजों को सरकारी अस्पतालों से वापस करने पर उन्होंने शिकायत की थी।
शहर में अधिक है डेंगू का प्रभाव
वर्तमान में डेंगू का सबसे ज्यादा प्रभाव शहरी एरिया में है। इस समय शहरी एरिया में कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 688 हो चुकी है। जबकि रूरल में केवल 256 मामले सामने आए हैं। जिले में कुल मामले 944 हो चुके हैं। मंगलवार को सामने आए मामलों में 18 संक्रमित पाए गए हैं और इनमें से 17 शहरी इलाके के हैं। यह मरीज चौक, अल्लापुर, दारागंज, सुलेम सराय, ट्रांसपोर्ट नगर, प्रीतम नगर, रसूलाबाद, जार्जटाउन, सिविल लाइंस, कर्नलगंज, बेली गांव, रामबाग, चौफटका, ममफोर्डगंज में पाए गए हैं। जबकि एक मरीज बहरिया में मिला है। वर्ष 2016 के बाद 2021 में डेंगू के मामले सर्वाधिक सामने आ रहे हैं।

सरकारी अस्प्तालों में बेड की कमी नही है। लोग चाहे तो भर्ती होकर अपना इलाज करा सकते हैं। प्रशसान की ओर से प्रत्येक मरीज को भर्ती कर इलाज करने की हिदायत दी है।
आनंद सिंह
जिला मलेरिया अधिकारी, प्रयागराज