प्रयागराज ब्यूरो । साइबर अपराध से बचने के लिए साइबर सेल व थाने के एक्सपर्ट आए दिन लोगों को अवेयर कर रहे हैं। इस प्रयास के चलते लोगों में धीरे-धीरे साइबर अपराध से बचने को लेकर अवेयरनेस बढ़ रही है। लोग इन शातिरों के तरीके से जागरूक होते हैं कि अपराधी ठगी के लिए नया फंडा तलाश लेते हैं। इन दिनों साइबर अपराधियों ने ठगी का एक नया जरिया इजाद कर लिया है। वह ऑनलाइन खरीदारी करने वाले लोगों को टॉरगेट कर रहे हैं। डिलेवरी ब्वाय द्वारा लाए गए सामान के पैकेट पर लिखी डिटेल साइबर ठगों के लिए मुफीद साबित हो रही है। तकनीकी दिक्कतों के चलते कंपनियों से भी लोगों के डाटा लीक हो जा रहे हैं। इस लिए ऑनलाइन खरीदारी करने वालों को एक्सपर्ट सतर्क करने में जुट गए हैं।

हर कदम पर सतर्कता की है जरूरत
साइबर शातिरों की ऑनलाइन खरीदारी करने वाले लोगों पर गिद्ध दृष्टि है। वह ऐन-केन-प्रकारेण ऐसे लोगों की डिटेल हासिल करके ठगी करने का काम शुरू कर दिए हैं। इस लिए हर किसी को सतर्क रहने की जरूरत है। क्योंकि की गई खरीदारी के लिए लोगों के जरिए दी गई डिटेल विभिन्न तरीकों से साइबर शातिरों तक पहुंच जाती है। एक्सपर्ट बताते हैं कि यह डिटेल कभी-कभी कंपनियों में टेक्निकल दिक्कतों से भी लीक हो जाती है। दूसरे साइबर ठगों के एजेंट कुछ कबाड़ कागज का व्यापार करने वालों के संपर्क में रहते हैं। उनके पास जब ऑनलाइन मंगाए गए सामान को निकाल कर लोगों द्वारा फेके गए पैकेट से भी डिटेल चुरा लेते हैं। क्योंकि उस पैकेट पर ऑनलाइन खरीदारी करने वाले की काफी डिटेल मोबाइन नंबर के साथ लिखी होती है। यह सारी डिटेल एजेंट कबाड़ वालों से लेकर साइबर ठगों के हाथ सेल कर देते हैं। डिटेल खरीदने के बाद साइबर ठग लोगों को फोन करके उन्हें ठगने का काम शुरू कर देते हैं। ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों की डिटेल पाने के साइबर ठगों के पास और भी कई तरीके हैं। साइबर सेल के एक्सपर्ट जय प्रकाश कहते हैं कि लोगों को ऐसी ठगी से बचने के लिए बचाव के तरीकों पर ध्यान देना चाहिए। ऐसे लोग कुछ बातों पर ध्यान देकर खुद के पैसे को साइबर शातिरों से बचा सकते हैं।

इस तरह से आप बरतें सावधानी
1- ऑनलाइन मंगाए गए सामान निकालने के बाद जिस पैकेट में वह सामान पैक था उसे यूं ही कहीं भी नहीं फेकें। पैकेट पर चस्पा स्लिप को निकाल कर कर जला दें, या थोड़ी देर के लिए पानी में डाल दें। इसके बाद उसे अलग से फेक दें।
2- पानी में फूल चुकी स्लिम फेके जाने के बाद जल्दी ही सड़ जाएगी। इससे ऑनलाइन सामान खरीदने के बाद उस पर लिखी डिटेल किसी दूसरे के हाथ नहीं लगेगी, और आप तक इस तरीके से साइबर ठग नहीं पहुंच सकेंगे।
3- आप का ऑनलाइन सामान घर पहुंचने के बावजूद यदि उससे सम्बंधित मोबाइल पर कॉल जाए तो सतर्क हो जाएं, इस कॉल पर आप अपनी या सामान अथवां बैंक आदि की मांगी गई डिटेल बिल्कुल शेयर नहीं करेंगे।
4- पैकेट की पर्ची नष्ट करने के बावजूद यदि ऑनलाइन मंगाया गया सामान घर पहुंचने के बावजूद उससे रिलेटेड कॉल आती है तो तब भी सतर्क करें। क्योंकि हो सकता है कि तकनीकी दिक्कतों के कारण कंपनी से डिटेल लीक हो गई हो।

साइबर अपराधी लोगों से ठगी के लिए नए-नए तरीकों को इजाद कर रहे हैं। कुछ जनपदों में ऑनलाइन खरीदारी करने वाले लोगों का सामान घर पहुंचने के कई-कई दिन बाद कॉल पहुंच रही है। यह कॉल साइबर ठगों की होती है। खरीदारी करने वालों की डिटेल शातिर की तरीकों से लेकर सकते हैं। इस लिए हर कदम पर साइबर ठगों द्वारा ऐसी ठगी से बचने के तरीकों से लोगों को अवेयर रहना चाहिए।
जय प्रकाश, एक्सपर्ट साइबर सेल