- रविवार को एएमए की ओर से माइक्रो वैसकुलर सर्जरी पर सेमिनार का हुआ आयोजन
प्रयागराज- किसी बड़ी दुर्घटना या कैंसर की वजह से आपके शरीर का कोई अंग क्षतिग्रस्त हो चुका है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। आप आधुनिक चिकित्सा प्रक्रिया के जरिए इस अंग का पुनर्निर्माण भी करवा सकते हैं। यह बात डॉ। मोहित जैन ने रविवार को एएमए द्वारा आयोजित माइक्रो वैसकुलर सर्जरी विषय पर आयोजित सेमिनार के दौरान कही। उन्होंने कहा कि दूरबीन विधि द्वरा शरीर के अन्य भाग से मांस उठाकर क्षतिग्रस्त एरिया सर्जिकल उपचार सफलतापूर्वक किया जाता है। जिससे रोगी भविष्य में चिकित्सा के बाद अपना काम पूर्व की तरह ही कर सकता है।
कैंसर की जल्द जांच करती है मशीन
डॉ। पल्लवी निगम ने अत्याधुनिक कैंसर की जांच की मशीन फ्रोजन सेक्शन के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि इस मशीन द्वारा बहुत ही कम समय में आपरेशन के उपरांत ही कैंसर की जांच कर लिया जाता है। यह मशीन हाल ही में मोहक अस्पताल में लगी है। जिससे कैंसर के मरीजों का इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका मिल रही है और रोगी को शीघ्र लाभ मिल रहा है।
दूरबीन विधि से पेट के कैंसर का इलाज
डॉ। राजुल अभिषेक ने दूरबीन विधि द्वारा पेट में होने कैंसर के आपरेशन के बारे में जानकारी दी। इस विधि से आपरेशन होने पर मरीज जल्द स्वस्थ हो जाता है और जिससे आगे होने वाले इलाज कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी जल्द शुरू की जा सकती है। सेमिनार की चेयरपर्सन डॉ। वत्सला मिश्रा, डॉ। सपन श्रीवास्तव, डॉ। संजय तिवारी थे। एएमए अध्यक्ष डॉ। एमके मदनानी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता कर प्रशस्ति पत्र वितरित किया। वैज्ञानिक सचिव डॉ। आशुतोष गुप्ता ने संचालन किया और सचिव डॉ। राजेश मौर्या ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर डॉ। अशोक अग्रवाल, डॉ। आरकेएस चौहान, डॉ। आरके गुप्ता, डॉ। रोहित गुप्ता, डॉ। कमल सिंह आदि उपस्थित थे।