नाम- डॉ। पूनम गौतम
पति - डा। शोनेन्द्र कुमार
बेटी- अवलोकिता
10- अकबरपुर इंटर कालेज, कानपुर देहात
12- अकबरपुर इंटर कालेज, कानपुर देहात
एमबीबीएस - मोती लाल नेहरू मेडिकल कालेज, प्रयागराज 2011
एमडी - किंग जार्ज मेडिकल कालेज 2015
शादी के बाद सास से मिली प्रेरणा
पीसीएस 2019 में यूपी में तीसरी पोजिशन हासिल करने वाली डॉ। पूनम गौतम पेशे से गाइक्नोलॉजिस्ट है। वह बताती है कि पीजी के दौरान ही उनकी शादी लखनऊ में रहने वाले डॉ। शोनेन्द्र कुमार से हो गई है। तब तक वह प्राइवेट प्रैक्टिस करती थी। शादी के बाद भी प्रैक्टिस जारी रही। इस दौरान उनकी सास राजबेटी की इच्छा थी कि सिविल सर्विसेज में आए। अपनी सास के मोटिवेशन के कारण ही उन्होंने 2015 से सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू की। 2016 में उन्होंने पहला प्रयास दिया। हालांकि सफलता नहीं मिली। उसके बाद 2018 में दूसरा प्रयास दिया। यहां पर भी उनका पीसीएस प्री क्वालीफाई नहीं हो सका। इस दौरान उनके पति डॉ। शोनेन्द्र कुमार ने उनको सबसे अधिक मोटिवेट किया और तीसरे प्रयास में उन्होंने यूपी में तीसरी पोजिशन हासिल की।
कोचिंग नहीं की, मॉक टेस्ट दिया
पीसीएस की तैयारी को लेकर डॉ। पूनम ने बताया कि एमडी करने के बाद उन्होंने प्राइवेट प्रैक्टिस शुरू कर दी थी। हालांकि एग्जाम टाइम में तैयारी के लिए पूरा समय निकाल रही थी। जहां तक तैयारी के दौरान कोचिंग की बात है तो मैने पीसीएस की तैयारी के लिए कभी कोचिंग नहीं की। तैयारी के दौरान एक -दो ऑन लाइन मॉक टेस्ट जरूर दिए। जिसके बाद ये सफलता मिली। इस बार भी टापर लिस्ट में आने का अंदाजा नहीं था, हां इतनी उम्मीद थी कि शायद सलेक्शन हो जाए। पीसीएस अधिकारी के रूप में मैं सबसे ज्यादा काम गर्ल्स व ब्वायज के बीच होने वाले डिफरेंस को कम करने के लिए करना चाहती हूं। क्योकि अपनी गाइक्नोलॉजिस्ट के रूप में प्रैक्टिस के दौरान कई बार इस तरह की चीजें देखती हूं। हालांकि इस समय लोग अवेयर हुए है, फिर से दबे मन से ये अंतर दिखता है।
सोशल मीडिया पर नहीं है ज्यादा एक्टिव
पीसीएस में तीसरी पोजिशन हासिल करने वाली डॉ। पूनम भी सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव नहीं है। उन्होंने बताया कि फेसबुक को उन्होंने काफी समय से बंद रखा है। व्हाट्सएप पर थोड़ा एक्टिव जरूर है। जहां तक तैयारी में इंटरनेट व सोशल मीडिया के हेल्प की बात है तो ये सही है कि उससे काफी हेल्प मिलती है। लेकिन सोशल मीडिया पर डिस्ट्रैक्शन करने के लिए कई तरह के मैटेरियल होते है। ऐसे में इनका यूज करते समय काफी सर्तक रहने की जरूरत है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले प्रतियोगियों को सिर्फ इतना सुझाव है कि कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। इसलिए पूरी ईमानदारी से कड़ी मेहनत करने पर सफलता जरूर मिलती है।