प्रयागराज (ब्यूरो)। बोर्ड एग्जाम्स सिर पर हैं। जाहिर है प्रेशर भी सिर चढ़कर बोल रहा है। जरा सी गलती से एक साल की मेहनत खराब हो सकती है। इसलिए वह काफी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। ऊपर से पैरेंट्स का भी प्रेशर। ऐसे में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से बोर्ड स्टूडेंट्स की समस्याओं के समाधान के लिए सीरीज का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत रोजाना स्टूडेंट अपनी समस्याओं को शेयर कर रहे हैं। इन समस्याओं का हल हम मनोवैज्ञानिक और मनोचिकित्सक के जरिए उपलब्ध करा रहे हैं। शुक्रवार को स्टूडेंंट्स ने अपनी पढ़ाई संबंधी समस्याओं को बताया। उनका कहना था कि पढाई के दौरान नींद आती है, थक जाते हैं और लिखते समय हाथों में दर्द होने लगता है। इन समस्याओं के हल के लिए हमने मनोवैज्ञानिक डा कमलेश तिवारी से बात की। उन्होंने बताया कि किस प्रकार से स्टूडेंट इन समस्याओं से निजात पा सकते हैं।
सवाल- बोर्ड एग्जाम सिर पर है। कई कई घंटे पढ़ता हूु लेकिन कुछ समझ नही आता है। लगता है सब भूल गया हूं?प्रत्यूष कुमार, दसवीं क्लास
जवाब- देखिए पढ़ाई की कोई लिमिट नही है। लोग दिन रात पढ़ते हैं। लेकिन अगर आपको लगता है कि आप बोर्ड एग्जाम के प्रेशर में हैं तो चिंता करना छोड़ दीजिए। क्योंकि चिंता करने से जो पढ़ाई भी की है वह भी भूल जाएंगे। मानसिक पीड़ा का भी सामना करना पड़ेगा। इसलिए हर विषय को पढि़ए। एक टाइम टेबल बना लीजिए। रोजाना पांच से छह घंटे पढऩा पर्याप्त है। एक बार पढऩे के बाद सेल्फ असेसमेंट करिए। अगर कोई कमी दिखती है तो उसकी भी भरपाई करना जरूरी है।
सवाल- घरवाले मोबाइल फोन से दूरी बनाने का दबाव बना रहे है। जबकि मैं रोजाना कई घंटे तक पढ़ाई करता हूं। ऐसे में मोबाइल से दूरी बनाना कितना सही है?
राजेश कुमार, बारहवीं क्लास स्टूडेंट
जवाब- घरवालों का कहना सही है। आप तनाव मत लीजिए। अभी कवल पढ़ाई पर ही ध्यान लगाइए। एक बार अच्छे नंबर से पास हो गए तो फिर कोई भी आपको मोबाइल का यूज करने से मना नही करेगा। इसलिए मोबाइल चलाने से अधिक पढ़ाई पर ध्यान लगाइए। टाइम टेबल बना लीजिए। जिससे किसी भी सब्जेक्ट को पढऩे में बोरिंग नही फील होगा। बीच बीच में रिलैक्स भी करिए। जिससे पढ़ते पढ़ते बोरिंग फील न हो।
सवाल- रोजाना छह से सात घंटे तक पढ़ाई करता हूं। इसकी वजह से नींद आने लगती है। कई बार पढ़ते पढ़ते सो जाता हूं। इससे केसे निजात मिलेगी यह बताइए?
आरव कुमार, दसवीं स्टूडेंट
जवाब- यह एक कॉमन समस्या है। बहुत से स्टूडेंट को पढऩे के दौरान नींद आने लगती है। इसलिए परेशान नही होना है। आप लिखकर औरा बेोलकर पढ़ाई करिए। अगर नींद आती है तो पानी पीजिए। हो सके तो बीच बीच में थोड़ा चाय या काफी का सेवन भी कर सकते हैं। अगर लेटकर पढ़ते हैं तो ऐसा करना छोड़ दीजिए। क्योकि सही पाश्चर में पढ़ाई नही करने से नींद आना स्वाभाविक होता है।
सवाल- एग्जाम मे दौरान बहुत अधिक लिखना होता है। लेकिन मुझे इसमें काफी दिक्कत होती है। अगर एक पेज भी लिखना हो तो मेरे हाथ में दर्द होने लगता है। इससे कैसे निजात मिलेगी?
प्रिंस कुमार तिवारी, बारहवीं क्लास स्टूडेंट
जवाब- चिंता मत करिए। अभी एग्जाम में एक माह का समय बाकी है। इसलिए धीरे धीरे लिखने की आदत डाल लीजिए। इससे आपके हाथ दर्द करने की समस्या दूर हो जाएगी। साथ ही ऐसा करने से आपकी राइटिंग भी बेहतर होगी। इसलिए रोजाना कम से कम दो पेज जरूर लिखें। हो सके तो बीच में थोड़ा रेस्ट ले लीजिए। लेकिन लिखने का अभ्यास करना बेहद जरूरी है।