न एसी में सोया न हीं फ्रीज का पिया ठंडा पानी
घर में टहले, मास्क लगाये रखा और लगातार कर रहे फेफड़ों की एक्सरसाइज
क्कक्त्रन्ङ्घन्द्दक्त्रन्छ्व: कोरोना संक्रमण लोगों के मन में खौफ पैदा कर रहा है, लेकिन ऐसे बहुत से परिवार हैं, जिन्होंने धैर्य और हिम्मत के बल पर कोरोना को परास्त कर दिया। ऐसे ही परिवार में शामिल है अनुनजय सिंह का परिवार। इनके परिवार में बुजुर्ग माता-पिता एक पत्नी और 1 बच्चे शामिल हैं। यह सभी लोग होम आइसोलेशन में रहकर खुद को ठीक करने के साथ अब स्वस्थ हैं। 47 वर्षीय अनुनजय सिंह के परिवार में 78 वर्षीय पिता जंग बहादुर, 74 वर्षीय माता ललिता, 44 वर्षीय पत्नी श्वेता और 18 साल के आदित्य ने कोरोना को हराकर अपने हौसले का परिचय दिया है।
साफ-सफाई पर दिया ध्यान
मुंडेरा निवासी अनुनजय सिंह ने बताया कि मैं एक साधारण परिवार का व्यक्ति हूं। मेरा कोरोना टेस्ट 13 अप्रैल को हुआ था और जब 16 अप्रैल को मुझे पता चला की मैं कोरोना पॉजिटिव हूं। तब से मैं अपने घर में अलग कमरे में रहने लगा। उसके बाद परिवार के सभी सदस्य का जांच कराया तो पॉजिटिव निकले। पॉजिटिव आने पर विशेष कर घर की साफ सफाई, समय समय पर आवश्यक भोजन व दवाएं ले रहे थे। इस बीच बिल्कुल भी ठंडे पानी का सेवन नहीं किया इसके साथ ही ऐसी भी नहीं चलाया गया। माता-पिता का बहुत योगदान रहा। तीन दिन पहले परिवार के सदस्य का सैंपलिग हुआ। सोमवार को जब रिपोर्ट आई तो थोड़ी घबराहट जरूर हुई। चेक करने पर पता चला कि सभी लोग नेगेटिव हो गए। घर के सभी लोगो ने दवाई, काढ़ा और व्यायाम कर खुद की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का प्रयास किया।
डर वाली खबरों से दिमाग को डायवर्ट कर लिया
अनुनजय सिंह की पत्नी श्वेता सिंह ने बताया कि आइसोलेशन की शुरुआत में बुरी खबरें डर पैदा कर रही थीं इसलिए हमने खुद के दिमाग को डायवर्ट किया। फिर हमने न्यूज नहीं देखी, बस फिल्में और वेबसीरीज कमरे पर बैठे बैठे ही काढ़ा बना लिया, नींबू पानी ले लिया, चाय बना ली। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सभी लोग सुबह शाम योग व्यायाम करते थे इसके साथ ही सुबह-शाम स्टीम भी लेते थे। बराबर गुनगुना पानी पिया, घर से बाहर हर वक्त मास्क लगाकर रखा। फेफड़ों पर जोर देने वाली कसरत की।