प्रयागराज ब्यूरो । निजी हॉस्पिटलों से तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि प्राइवेट हॉस्पिटल में एक डॉक्टर के द्वारा प्रतिदिन ज्यादा मरीजों को देखा जाता है। इसी तरह यहां भी अधिक मरीज देखे जाने चाहिए। उन्होंने स्वरूपरानी प्रभारी चिकित्साधिकारी को कहा है कि हॉस्पिटल में जो भी चिकित्सा सम्बंधी उपकरण, बिजली उपकरण, आरओ प्यूरीफायर, पानी की टोटियां इत्यादि खराब है, उसे तत्काल ठीक करवायें। बिजली, पानी तथा साफ-सफाई की व्यवस्था बेहतर की जाये तथा इसके लिए एक जिम्मेदार अधिकारी का उत्तरदायित्व तय किया जाये।
समय-समय पर की जाए जांच
उन्होंने कहा कि खराबियों की एक चेक लिस्ट बनाकर समय-समय पर जांच की जाए। स्वास्थ्य सम्बंधी उपकरण तथा जो भी अन्य मशीने खराब होती है, सम्बंधित विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी होगी कि अपने विभाग के खराब उपकरणों को जल्द से जल्द ठीक करायें। उन्होंने 19 दिसंबर तक तक प्रत्येक ब्लाक वाइज रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है कि कितने मशीने क्रियाशील है तथा कितने मशीने मेंटनेंस में है। जो भी मशीने मेंटनेंस में है, उनको जल्द से जल्द ठीक कराये जाने का निर्देश दिया है।
क्रियाशील रहें सीसीटीवी
डीएम ने चिकित्सालय में प्रतिदिन आने वाले मरीजों की संख्या के बारे में पूछा तथा कितने मरीज प्रतिदिन भर्ती हुए है तथा कितने डिस्चार्ज किए गये है, की भी जानकारी प्राप्त की। जिलाधिकारी ने वहां पर साफ-सफाई की व्यवस्था को चुस्त-दूरूस्त बनाये रखने के निर्देश दिये है। बैठक में जिलाधिकारी ने वहां पर लगे फायर फाइटिंग व सीसीटीवी कैमरों की क्रियाशीलता के बारे में जानकारी लेते हुए उन्हें क्रियाशील रखने के निर्देश दिए है। उन्होंने वहां पर मरीजों के कक्षों, टॉयलेट तथा कैफेटेरिया क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों का निरीक्षण करने के लिए कहा है। उन्होंने वहां पर पार्किंग की व्यवस्था के लिए किसी जिम्मेदार व्यक्ति की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए है। इस अवसर पर प्रधानाचार्य डॉ एसपी सिंह, प्रभारी चिकित्साधिकारी स्वरूपरानी सहित सभी सम्बंधित चिकित्सकगण उपस्थित रहे।