एसडीआरएफ, गोताखोर, पुलिस कर रही तलाश
- बेटे और भतीजे के साथ गए थे स्नान करने के लिए
एक ओर जहां बच्चे रविवार सुबह जब अपने गुरुजनों को शिक्षक दिवस की बधाई दे रहे थे, वहीं दूसरी ओर दिव्यांग अध्यापक पवन कुमार गुप्ता गंगा में डूब गए। बेटे और भतीजे की चीख-पुकार सुन नाविकों ने गंगा में छलांग लगाई। गोताखोर, जल पुलिस और एसडीआरएफ की टीम दिन भर तलाश में जुटी रही, लेकिन देर शाम तक कुछ पता नहीं चल सका।
गोंडा जिले के सिविल लाइंस मोहल्ला निवासी 32 वर्षीय पवन कुमार गुप्ता पुत्र प्रेम चंद्र बहादुरपुर में स्थित सरकारी प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक हैं। वह झूंसी के त्रिवेणीपुरम कालोनी में किराए पर कमरा लेकर पत्नी व बच्चे संग रहते हैं। पवन एक पैर से दिव्यांग हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि शिक्षक ने पहले अपने बेटे गंगा में नहलाया और फिर बाद में खुद स्नान करने के लिए पानी में गए। इसी दौरान वह गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। जल पुलिस प्रभारी कड़ेदीन यादव, कार्यवाहक थानाध्यक्ष दारागंज शैलेंद्र पांडेय गोताखोरों के साथ मौके पर पहुंचकर सर्च आपरेशन शुरू कराया। काफी देर तक पता नहीं चला तो एसडीआरएफ की टीम बुलाई और जाल डलवाया गया, लेकिन देर शाम तक पानी में गायब शिक्षक की तलाश पूरी नहीं हो सकी।
बिलखते बेटे को स्नानाíथयों ने संभाला-
काफी देर तक बेटा नमन जब अपने पिता को नहीं देखा तो रोने लगा। वह बार-बार पिता को बुलाने के लिए कहता रहा। यह देख वहां मौजूद कुछ महिला स्थानार्थी ने बिलखते बच्चे को किसी तरह संभाला। वहीं, भतीजे शिवाय को भी कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर यह सब कैसे हो गया।