चौक के कोतवाली के सामने एक माह पहले पुलिस के द्वारा बैरीकेडिंग कर दी गई थी। इसका मकसद था कि इस एरिया मे जाम की स्थिति पैदा न हो। जिनको लोकनाथ की ओर जाना है वह संजय मार्केट की ओर से डायवर्ट होकर सीधे लोकनाथ चले जाएं। और लोकनाथ की ओर से शाहगंज जाने वाले डायरेक्टर निकल जाएं। लेकिन ऐसा नही हो रहा है। लोग डायवर्ट होने के बजाय रांग साइड से निकल रहे हैं। इसी तरह संजय गांधी मार्केट की ओर से आने वाले डायवर्ट न होकर सीधे रांग साइड से निकल रहे हैं। इसकी वजह से सुबह से शाम तक वाहन आमने सामने आ जाते हैं और जाम की स्थिति बनी रहती है।
तैनात नही रहती है पुलिस
व्यापारियों का कहना है कि यह व्यवस्था पुलिस की है। अगर यहां पर पुलिस के जवानों को तैनात किया जाए तो मनमानी करने वालों पर लगाम लग जाएगी। लेकिन ऐसा होता नही है। बैरीकेडिंग से बचने के लिए लोग जैसे-तैसे रास्ता खोजने लगते हैं। यही कारण है कि दुकानदारों को भी नुकसान होता है। ग्राहक दुकानों पर आने के बजाय लौट जाते हैं। हालांकि पुलिस की व्यवस्था होने की वजह से व्यापारी भी खुलकर बोलने से कतराते रहे।
बेलगाम हो गए ई रिक्शा
इस एरिया में जाम का सबसे बड़ा कारण ई रिक्शा बने हुए हैं। इनकी संख्या चौक एरिया में इतनी अधिक हेा गई है कि पैदल चलना मुश्किल हो जाता है। लोग चाहकर भी नही निकल पाते हैं। डायवर्जन के चलते बैरीकेडिंग के एक ओर दोनों ओर से आने वाले ई रिक्शा भीषण जाम लगाते हैं। इनको मना करने वाला भी फिलहाल कोई नही है। वही कल्याणी देवी मोहल्ले की ओर से जाने वाले वाहनों की वजह से भी कोतवाली के आसपास जाम लगता रहता है।
बैरीकेडिंग लगाई गई है तो फिर यहां पर पुलिस की ड्यूटी भी होनी चाहिए। जिससे जाम लगाने वालों को हटाया जा सके। तभी यह व्यवस्था सुचारू रूप से काम कर पाएगी।
पंकज सोनी
सबसे ज्यादा ई रिक्शा वालों की वजह से जाम लगता है। यह दोनों ओर से आकर वाहन फंसा देते हैं। ऐसे में गाडिय़ों की कतार लग जाती है। अगर हटाने को कहो तो आपस में लडऩे लगते हैं।
रवि द्विवेदी
कभी कभी अच्छी व्यवस्था भी खराब साबित हो जाती है। यहां यही हालात है। लोग घूमकर नही जाना चाहते हैं और इसकी वजह से वह रांग साइड में वाहन लगा देते हैं। इससे समय भी खराब होता है।
सौरभ
कोरोना काल में भी डायवर्जन किया गया था। तब भी जाम लग रहा था। इस बार भी यही हुआ है। पुलिस को लगाकर जाम लगाने वालों को भगाया जाना चाहिए। ई रिक्शा पर लगाम जरूरी है।
राहुल कपूर