प्रयागराज जिले को मिला सूबे में पहला स्थान, 'आइरेड एप' से फीड किया गया यह डाटा
PRAYAGRAJ: सड़क हादसों का डाटा फीड करने में प्रयागराज प्रदेश में पहले स्थान पर रहा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने राष्ट्रीय सूचना विभाग केंद्र 'एनआइसी' के सहयोग से एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस 'आइरेड एप' विकसित किया है। इस एप में सड़क हादसे से पूरी जानकारी फीड करने में प्रयागराज अव्वल आया है। इससे हादसों को रोकने के लिए जरूरी इंतजाम किए जा सकेंगे।
बीस फरवरी को एप हुआ था लांच
पुलिस कर्मियों ने दूसरे विभाग के सहयोग से जिले के दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र को भी चिह्नित किया है, ताकि वहां जरूरी इंतजाम किए जा सके। इस डाटाबेस का विश्लेषण आइआइटी चेन्नई की मदद से मंत्रालय द्वारा सड़क हादसों के रोकथाम के लिए रोडमैप तैयार करने में किया जाएगा।
1. प्रदेश के 16 जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत आइरेड एप का शुभारंभ 20 फरवरी 2021 को किया गया था
2. एप को लेकर कई चरणों में जिला सूचना विज्ञान अधिकारी विजय कुमार और अपर जिला सूचना विज्ञान अधिकारी प्रतिमा मिश्रा के निर्देशन में रोल आउटर मैनेजर हेमंत साहू ने पुलिस, परिवहन, एनएचआइ और लोक निर्माण विभाग के नोडल अधिकारियों को दिया गया।
3. पुलिस के नोडल अधिकारी एसपी ट्रैफिक अखिलेश भदौरिया ने बताया कि सीओ अजीत कुमार व कमांड सेंटर के सहायक अजय सिंह ने जिले के 41 थानाध्यक्ष, उपनिरीक्षकों से समन्वय स्थापित करते हुए ट्रे¨नग व एप पर फी¨डग का कार्य किया।
4. एप में अब तक 165 घटनाओं को दर्ज किया गया, जिसने प्रयागराज को प्रदेश में पहला स्थान दिलवाया।
5. विजय कुमार ने बताया कि पुलिस के फील्ड अफसर सड़क हादसे की जानकारी जैसे दिनांक, घटनास्थल और उसकी तस्वीर, हादसे का संभावित कारण, घायलों की संख्या आदि मौके पर पहुंचकर एप में दर्ज करते हैं।
8. इसके बाद एक केस आइडी आती है, जिसे अन्य विभागों के पास अग्रिम कार्रवाई के लिए भेजी जाती है।