देवरिया जेल से जिला कोर्ट अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ पहुंचे पूर्व सांसद अतीक
जिलाधिकारी और कोर्ट परिसर में पुलिस और समर्थकों के बीच हुई नोंक-झोंक
ALLAHABAD: पूर्व सांसद बाहुबली अतीक अहमद शुक्रवार को पेशी पर जिला कोर्ट पर पहुंचे। वह फाफामऊ से होते हुए बेली के रास्ते जैसे ही डीएम कार्यलय के समीप पहुंचे, पहले से यहां मौजूद उनके समर्थक मिलने के दौड़ पड़े और जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। सड़क से लेकर कोर्ट परिसर के अंदर उनसे मिलने वालों का तांता लगा रहा, वह करीब पांच बजकर पन्द्रह मिनट पर कोर्ट में दाखिल हुए। इस बीच जिलाधिकारी कार्यलय और कोर्ट परिसर के गेट के बीच कई बार समर्थकों ने पुलिस के साथ कहासुनी करते हुए कई बार नोंक-झोक की। इस दौरान उनके समर्थकों द्वारा कई जगहों पर चुनाव आचार संहिता का उल्लघंन करते रहे और उन्हें कोई भी रोक नहीं सका।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
अतीक की पेशी को देखते हुए पुलिस ने कड़ी चौकसी बरती थी। जिला कचहरी परिसर से लेकर आस-पास जगहों पर कई थानों की फोर्स बुलाई गई थी। बवाल की आशंका को देखते पीएसी भी लगाई गई थी। पुलिस के लोगों द्वारा कैमरे से सारी रिकॉर्डिग की गई।
बनाऊंगा नई पार्टी : अतीक
जिला न्यायलय में पेशी पर आए पूर्व सांसद व फूलपुर लोकसभा प्रत्याशी अतीक अहमद कोर्ट से बाहर आने के बाद समर्थकों से मिलने के साथ ही मीडिया से भी रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि पहले मेरा मुकबला भाजपा से था लेकिन बीएसपी और सपा का गठबंधन होने के बाद मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। उनका कहना है कि जेल में रहते हुए पार्टी नहीं बना सकता, बाहर आने के बाद नई पार्टी बनाने की बात कही। पूर्व सांसद का कहना था कि चुनाव में हार-जीत तो लगी रहती है। आठ माह के इस चुनाव के नतीजे दूरगामी होंगे। सपा-बसपा के गठबंधन को मतदाता पचा नहीं पा रहा है।
इसलिए हुई पेशी
जिला न्यायालय में विधायक राजूपाल हत्याकांड के चश्मदीद गवाह उमेश पाल के अपहरण व धमकाने के मुकदमे में अपर जिला जज की कोर्ट में पेशी होने के साथ ही साथ एसीजेएम आठ व शुआटस प्रकरण में पेशी सुनिश्ििचत थी। इसमें अतीक अहमद की हाजिरी के लिए पेशी होनी थी। कोर्ट में देर से पहुंचने के कारण गवाही का कार्य अपर जिला जज की कोर्ट में नहीं हो सका। कोर्ट ने अग्रिम सुनवाई तिथि 12 मार्च व एसीजेएम आठ व एसीजेएम दो की कोर्ट में 19 मार्च की तिथि मुकर्रर की गई।