प्रयागराज (ब्‍यूरो)। लखनऊ और प्रतापगढ़ को प्रयागराज शहर से कनेक्ट करने वाला आजाद सेतु तीस साल पहले बनकर तैयार हुआ था। जब तक पुल के लिए टोल टैक्स वसूल किया जाता था, इसकी मेंटेनेंस को फुल तवज्जो दी जाती थी। वर्तमान समय में ब्रिज के पिलर्स के ज्वाइंट्स में गैप आ चुका है। यह खतरनाक है। इसी के चलते लोग निर्माण विभाग ने ब्रिज के मेंटेनेंस को अनिवार्य बताते हुए मरम्मत कराने के लिए बजट का प्रस्ताव किया था। इसके लिए करीब 50 लाख रुपये आवंटित भी किये जा चुकी है। इससे बीच में टूटी हुई रेलिंग व सड़क में दो पिलर के बीच हुए गैप को भी खत्म किया जाएगा। पुल की रेलिंग पर लगाई गई लाइटिंग के साथ पेंटिंग तक का कार्य एक अप्रैल से शुरू होकर पूरे महीने तक चलेगा। इस बीच पुल कार सहित तिपहिया व अन्य बड़े वाहनों के आवागमन पर रोक रहेगी। मेंटिनेंस के दौरान सिर्फ बाइक वाले यात्री ही पुल से सफर कर सकेंगे।
सिर्फ दो पहिया वाहन चलेंगे
फाफामऊ ब्रिज के मेंटिनेंस का काम एक अप्रैल से शुरू होगा। इस लिए 31 मार्च की रात से ही इस ब्रिज से वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी जाएगी। पुलस ट्रैफिक डायवर्जन की जिम्मेदारी पुलिस विभाग खासकर ट्रैफिक पुलिस को सौंपी गई है। तेलियरगंज से डायवर्ट किए गए कार व तिपहिया जैसे छोटे वाहन शिवकुटी अप्ट्रान चौराहे से पहले बाईं तरफ होते हुए गंगा में बनाए गए पांटून पुल से बाहर जाएंगे। जबकि फाफामऊ साइड से इन वाहनों के जरिए आने वाले यात्री दूसरे पांटून पुल से होकर उसी रास्ते तेलियरगंज या अप्ट्रान चौराहा फ्लाई ओवर ब्रिज होकर शहर में प्रवेश करेंगे। शेष सभी बड़े वाहन व प्राइवेट एवं रोडवेज की सारी बसें सहसों से झूंसी होते हुए शास्त्री ब्रिज से शहर में इंट्री करेंगे और इसी रूट से बाहर जाएंगे भी। मेंटिनेंस का काम पीडब्लूडी राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग द्वारा किया जाएगा।

1988 में हुआ था फाफामऊ पुल का निर्माण। इसे चंद्रशेखर आजाद सेतु के नाम से भी जाना जाता है।
01 किलोमीटर के करीब है पुल की कुल लम्बाई
7.5 मीटर है पुल की कुल चौड़ाई
3.5 मीटर चौड़े एरिया में ब्लाक लेकर शुरू कराया जाएगा काम
3.5 मीटर हिस्से से बाइकों को आने-जाने की अनुमति रहेगी
50 लाख रुपये का बजट पास हुआ है मेंटेनेंस वर्क के लिए
01 अप्रैल से शुरू हो जाएगा मेंटेनेंस का काम
01 महीना लगेगा मेंटेनेंस वर्क कम्प्लीट होने में

विभागवार सौंपी गई जिम्मेदारी
मेंटिनेंस के दौरान पांटून पुल से आने वाले छोटे वाहनों की सुरक्षा व रोशनी की जिम्मेदारी बिजली विभाग एवं पुलिस व ट्रैफिक पुलिस को दी गई
गंगा नदी में माघ मेला के वक्त से बन कर तैयार दोनों पांटून पुल के मेंटिनेंस का काम पीडब्लूडी सीडी-4 देखेगा
दोनों पांटून पुल के दोनों तरफ ट्रैफिक व सिविल पुलस के जवानों की ड्यूटी लगाई जाई जाएगी
ब्रिज के दोनों तरफ लगाए गए पुलिस के जवान बड़े वाहन आवागमन नहीं कर सकें इस बात पर विशेष ध्यान देंगे
पांटून पुल पर जाम न लगने पाए और डायवर्जन किए गया गया रूट क्लियर हो यह भी जिम्मेदारी पुलिस की ही होगी
पांटून पुल से छोटी गाडिय़ों व कार आदि का आवागमन रात में भी होगा, इसलिए यहां पुलिस की नाइट ड्यूटी भी होगी
रात में थानाध्यक्ष व अफसर ड्यूटी की चेकिंग करेंगे, बड़े वाहनों को पास कराने वालों की खैर नहीं होगी
पुलिस पर रात के वक्त रोशनी का प्रबंधक करने के लिए बल्व आदि लगाने का काम बिजली विभाग ने शुरू कर दिया है
ब्रिज को पार करने वाली गाडिय़ां रेत में न फंसे इसके लिए चकर्ड प्लेट माघ मेला की तरह बिछायी जा रही हैं
चकर्ड प्लेट के जरिए कछार से मेन रोड को कनेक्ट कर दिया गया है

ब्रिज के मेंटिनेंस का काम एक अप्रैल से शुरू होगा। काम में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए शीर्ष अफसरों से बात हो चुकी है। रूट डायवर्जन से लेकर टेम्परेरी आवागमन की व्यवस्था सुनिश्चित की जा चुकी है। कई विभाग मिलकर जिम्मेदारियां संभालेंगे। मेंटेनेंस वर्क पूरा होते हुए पुल को खोल दिया जायेगा।
आरके मिश्रा सहायक अभियंता पीडब्लूडी राष्ट्रीय राजमार्ग