प्रयागराज (ब्‍यूरो)। यह बात सही है। 20 जुलाई से वाराणसी, जौनपुर और गोरखपुर का रोडवेज बस का सफर लंबा हो जाएगा। 22 जुलाई से सावन मास की शुरुआत हो रही है और कांवरिए इस दौरान वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक करने जाएंगे। इसमें शासन के निर्देश पर रूट डायवर्जन की घोषणा की गई है। इस दौरान सफर लंबा होने से रोडवेज बसों का किराया बढ़ जाने से सफर के दौरान यात्रियों को जेब भी अधिक ढीली करनी पड़ेगी।

18 किमी अधिक करना होगा सफर
रूट डायवर्जन होने के बाद वाराणसी, जौनपुर, आजमगढ़ और गौरखपुर जाने वाली रोडवेज की बसें तेलियरगंज, फाफामऊ के रास्ते सहसों होकर जाएंगी। इससे यह सफर 18 किमी अधिक लंबा हो जाएगा। केवल सफर लंबा नही होगा। यात्रियों का लगभग पौन घंटे अतिरिक्त भी खर्च होगा। जाम लगने की दशा में यह सफर एक से डेढ़ घंटे लंबा भी हो सकता है। फिलहाल झूंसी और अंदावा होकर यह बसें अपने गंतव्य की ओर जाती हैं। यह भी बताया जा रहा है कि सफर लंबा होने से इन शहरों तक जाने के किराए मे भी रोडवेज बढ़ोतरी कर सकता है।

भोलेनाथ का गंगाजल से होता है अभिषेक
22 जुलाई से सावन मास शुरू होने के बाद हजारों की संख्या में रोजाना कांवरिए वाराणसी में भगवान भोलेनाथ का गंगाजल से जलाभिषेक करने जाते हैं। पहले वह प्रयागराज में गंगाजल से स्नान करने के बाद यह जल लेकर वाराणसी जाते हैं और वहां पर काशी विश्वनाथ मंदिर में भगवान का जलाभिषेक करते हैं। इस आयोजन को लेकर उप्र सरकार हर साल काफी सजगता बरतती है। इस दौरान कांवरियों की सुरक्षा को देखते हुए रूट डायवर्जन करने के साथ झूंसी पुल को वनवे भी किया जाता है। जिससे की कांवरियों को वाहनों की वजह से किसी प्रकार की हानि का सामना नही करना पड़े।

अलग अलग तरह से होगी वृद्धि
हालांकि अभी रोडवेज की ओर से इस रूट पर किराए की वृद्धि को लेकर कोई प्लानिंग नही की गई है लेकिन सूत्रों का कहना है कि तेलियरगंज, फाफामऊ और सहसों होकर वाराणसी, जौनपुर, आजमगढ़ और गोरखपुर जाने में 15 रुपए से लेकर 35 रुपए तक की बढ़ोतरी हो सकती है। इन शहरों में बड़ी संख्या में अनुबंधित बसें भी चलाई जाती हैं। सूत्रों का कहना है कि जल्द ही स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी। इन शहरों की ओर रोजाना हजारों की संख्या में यात्री सिविल लाइंस बस अड्डे से रोडवेज का सफर करते हैं।

पूर्व के वर्षों में कांवड़ यात्रा के कारण रूट बदला जाता रहा है। बसों के डायवर्ट रूट से चलने पर गंतव्य की दूरी बढ़ जाती है। इससे डीजल का खर्च बढ़ जाता है। उसी क्रम में प्रति किमी किराया का मानक तय है, उसके अनुरूप ही किराया निर्धारित किया जाएगा। अभी रूट डायवर्जन का पत्र नहीं आया है। जैसे ही पत्र आएगा उसके अनुसार बसों का संचालन होगा।
एमके त्रिवेदी, क्षेत्रीय प्रबंधक, रोडवेज

प्रयागराज से साधारण बस का सावन में प्रस्तावित किराया चार्ट
स्थान - किमी-किराया (पहले) -किमी-किराया (वर्तमान)-बढ़ी दूरी-बढ़ा किराया
-जौनपुर-112-163- 121-178-नौ किमी-15 रुपये
-आजमगढ़-178-248-187-263-नौ किमी-15 रुपये
-गोरखपुर-288-403-297-418-नौ किमी-15 रुपये
-वाराणसी-126-195-144-222-18 किमी-27 रुपये