प्रयागराज (ब्यूरो)।भारतीय बाल्य चिकित्सा एकेडमी प्रयागराज ने 11 जून को इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के सभागार में बच्चों के ह्रदय रोगों पर एक कान्फ्र ंस का आयोजन किया। कान्फ्र ंस में देशभर के सुप्रसिद्ध चिकित्सा संस्थानों के प्रख्यात बाल्य हृदय रोग विशेषज्ञों को बुलाया गया था। उन्होंने विस्तार से बच्चों के हृदय रोग संबंधी समस्याओं के विषय में चर्चा की तथा आपस में नवीनतम जानकारी का आदान प्रदान किया। साथ ही उन्होंने इस तरह के बढ़ते मामलों पर भी चिंता जताई।
हार्ट बीट की अनियमितता से होती है समस्या
कांफ्र ंस में देश भर से आए विशेषज्ञ चिकित्सकों तथा शहर के लगभग 70 बाल्य रोग चिकित्सकों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ बाल्य रोग चिकित्सक डॉ ऋतु जैन तथा संचालन शहर की प्रमुख बाल्य हृदय रोग विशेषज्ञ ्रडॉ। इशिता बनर्जी ने डॉ कुसुम लता तथा डॉ नेहा दुआ के सहयोग से किया। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली के जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सौरभ गुप्ता बच्चों में हृदय की धड़कन की अनियमितता से संबंधित रोगों पर व्याख्यान दिया तथा इस विषय पर विस्तृत चर्चा की।
मैक्स अस्पताल नई दिल्ली की सुप्रसिद्ध बाल्य हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ। मुनेश तोमर ने बच्चों के हार्ट फेलियर के कारण तथा उनके निवारण पर विस्तृत तथा ज्ञानवर्धक चर्चा की।
समय से इलाज मिलने पर बच जाती है जान
एरा मेडिकल कॉलेज लखनऊ के चिकित्सक डॉ अभिनव अग्रवाल ने हृदय की बनावट के जन्मजात दोषों तथा उनके के ऑपरेशन के उचित समय के विषय में बताया।
मेदांता अस्पताल लखनऊ की बाल्य ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ रोली श्रीवास्तव ने बच्चों के हृदय रोगों के उचित निदान के विषय में सरल तरीके से बताते हुए इस बात पर जोर दिया कि उचित समय पर निदान होने से बच्चे के हृदय में और अधिक खराबी होने से बचाया जा सकता है। हार्टलाइन अस्पताल प्रयागराज की बाल्य हृदय रोग तथा इकोकार्डियोग्राफी विशेषज्ञ डॉ। इशिता बनर्जी ने इकोकार्डियोग्राफी रिपोर्ट की व्याख्या तथा विवेचना के विषय में बताया तथा बच्चों के हृदय रोगों के निदान और चिकित्सा में इकोकार्डियोग्राफी रिपोर्ट की महत्ता पर बल दिया।