प्रयागराज (ब्यूरो)। यमुना की लहरों की कलकल सुनाई दे रही होगी। एक तरफ हैंडिंग पुल का शानदार नजारा दिख रहा होगा। स्लो म्युजिक के बीच फूडिंग एंज्वॉय करने का मौका। कल्पना लोक जैसी यह सुविधा जल्द ही यमुना नदी के आलमोस्ट बीचों बीच उपलब्ध होने जा रही है। लोकल के साथ फॉरेन से आने वाले टूरिस्ट्स के संगम विजिट एक्सपीरिएंस को बेहतरीन बनाने के लिए इसका खाका खींचा है मेला विकास प्राधिकरण ने। डीपीआर फाइनल हो चुकी है और काम भी यहां फुल स्ट्रीम में शुरू हो चुका है। बेसिक स्ट्रक्चर भी अब पानी के बीचों बीच दिखायी देने लगा है। सब कुछ ठीक रहा तो इसी माघ मेले के दौरान संगम आने वाला ट्रैफिक इस यूनीक फेसेलिटी को भी एंज्वॉय करके अपने टूरिज्म एक्सपीरिएंस को बेहतरीन बना सकेगा।
सिर्फ घूमने के लिए इंट्री नहीं
संगम वीआईपी घाट के पास बनाए जाने वाले फ्लोटिंग रेस्टोरेंट का काम पिछले कई महीनों से चल रहा है। बारिश के पानी के चलते यमुना नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया था। नदी में पानी के बढऩे से काम हो पाना संभव नहीं था। इसलिए इस रेस्टोरेंट का निर्माण कार्य रोक दिया था। बारिश समाप्त हो गई और माघ मेला भी करीब है। इसलिए एक बार फिर फ्लोटिंग रेस्टोरेंट का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। इंजीनियर की मानें तो इसे तैयार होने में करीब एक से डेढ़ महीने का वक्त लगेगा। मतलब यह कि काम इसी गति से चला तो माघ मेला से पहले यह रेस्टोरेंट बनकर तैयार हो जाएगा।
ऐसा होगा इंटरनल स्ट्रक्चर
रेस्टोरेंट में डाइटिंग टेबल के लिए एक हॉल नुमा बड़ा कमरा बनाया जाएगा।
जहां चेयर पर बैठकर लोग लजीज व्यंजन का लुत्फ उठा सकेंगे।
खाने का सारा आईटम इसी फ्लोटिंग रेस्टोरेंट में तैयार होगा। इसके लिए एक किचन भी बनाया जाएगा।
प्लान सक्सेज हुआ तो बगल में बच्चों के लिए एक प्ले गार्डेन में भी डेवलप किया जाएगा।
परिवार संग आने वाले बच्चे खुर बोरिंग फील नहीं करें।
इस रेस्टोरेंट में सिर्फ वक्त बिताने के लिए कोई भी प्रवेश नहीं कर पाएगा।
रेस्टोरेंट में प्रवेश के बाद कुछ न कुछ आइटम लेकर खाना ही पड़ेगा।
जिसका पेमेंट रेस्टोरेंट की तर्ज पर करना होगा। खाने का सारा आइटम वेटर मेज तक सर्व करेगा।
फ्लोटिंग रेस्टोरेंट का काम शुरू हो गया है। माघ मेला के पहले इसे तैयार करके चालू कर देने पर पूरा फोकस है। बारिश में यमुना का पानी बढऩे क कारण काम बंद न करना पड़ा होता तो अब यह अस्तित्व में आ चुका होगा।
गौरव शर्मा, जेई टूरिस्ट डिपार्टमेंट