प्रयागराज (ब्यूरो)। सरकार द्वारा वैट की दरें कम किए जाने के बाद दीवाली में डीजल के दाम 12 रुपए कम हो गए थे। तब पब्लिक को उम्मीद थी कि अब माल भाड़ा कम होगा। व्यापारी भी इसका अंदाजा लगा रहे थे। लेकिन ऐसा हुआ नही। दीवाली बीते डेढ़ सप्ताह होने के बाद भी माल भाड़े की पुरानी दरें बनी हुई हैं। ट्रांसपोर्टर्स का कहना है कि फिलहाल किराया कम करने पर कोई विचार नही किया जा रहा है क्योंकि पहले से ही वाहन मालिक नुकसान से जूझ रहे हैं। इस समय दिल्ली से प्रयागराज का माल भाड़ा 52 हजार और कानपुर व लखनऊ से प्रयागराज का माल भाडा 12 हजार रुपए है। जिसमें कोई बदलाव नही हुआ है।
अनाज, तेल, सब्जी के दाम नही फर्क
इस साल लोग महंगाई से परेशान हैं। तेल, अनाज, सब्जी और दाल का पहले जो दाम था वह अभी भी है। आने वाले समय में इसमें कमी की कोई उम्मीद भी नही है। व्यापारियों का कहना है कि माल भाड़ा कम होने के बाद ही वस्तुओं की कीमत कम होगी। खासकर सब्जियों के दाम बहुत अधिक हो चुके हैं। इसी तरह तेल और रिफाइंड की कीमतें भी काफी अधिक हो चुकी हैं। आइए जानते हैं कि महंगाई का क्या है आलम-
सरसों तेल 2900 रुपए प्रति 15 किलो
सोयाबीन रिफाइंड 2100 रुपए प्रति 15 किलो
पामोलीन 2000 रुपए प्रति 15 किलो
चीनी 4050 रुपए प्रति क्विंटल
दाल 7000 से 7400 रुपए प्रति क्विंटल
उरद दाल 80 रुपए प्रति किलो
चना दल 5500 रुपए प्रति क्विंटल
टमाटर 70 रुपए प्रति किलो
प्याज 50 रुपए प्रति किलो
बैगन 50 रुपए प्रति किलो
आलू 140 रुपए प्रति 5 किलो
तरोई 40 रुपए प्रति किलो
भिंडी 60 रुपए प्रति किलो
लोगों ने सोचा था कि डीजल का दाम कम होने के बाद महंगाई कुछ कम होगी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं है। अभी भी जेब पर बोझ पहले के जैसा बना है।
अनुराग उपाध्याय, अधिवक्ता
पूरा देश इसीलिए पेट्रोल डीजल के दाम कम किए जाने की मांग कर रहा था कि अनाज, तेल और सब्जी की कीमत कम हो जाएगी। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ है।
उमंग ग्रोवर, कपड़ा व्यापारी
किचन पहले जितना ही महंगा है। डीजल के दाम कम होने से आम जनता को कोई फायदा नही हुआ है। इस मामले में हस्तक्षेप कर महंगाई कम करानी होगी।
स्मृति श्रीवास्तव, गृहणी
आम जनता महंगाई से परेशान है। इस बारे में व्यापारियों को सोचना होगा। अगर सरकार ने राहत दी है तो इसका फायदा आम जनता तक पहुंचना चाहिए।
नीलम चड्ढा, गृहणी
अनाज, दाल, तेल और सब्जी पहले जैसे ही महंगे हैं। जब माल भाड़ा कम नही हुआ तो दाम कैसे कम होंगे। हमें लगा था कि भाड़ा कम हो सकता है। बाद में पता चला कि डीजल के दाम कम होने का कोई लाभ नही होगा।
सतीश केसरवानी, अध्यक्ष, गल्ला तिलहन व्यापार संघ प्रयागराज
पहले जब डीजल महंगा हुआ था तब हमने माल भाड़ नही बढ़ाया था। इसकी वजह से हमें काफी नुकसान हुआ था। अब डीजल सस्ता हुआ है तो माल भाड़ा कम कम नही किया जा रहा है।
अनिल कुशवाहा, अध्यक्ष, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन प्रयागराज