प्रयागराज (ब्‍यूरो)। बारिश के मौसम में डायरिया लगातार अपना प्रकोप बरपा रहा है। कोरांव में बीमारी के केसेज बढऩे से स्वास्थ्य विभाग की परेशानियां बढ़ गई हैं। कोरांव के अतरैला गांव में एक महिला की मौत की मौत हो गई थी और इसके बाद कई मरीज सामने आए। इनका इलाज भी किया गया। इसके साथ ही लेडियारी पाण्डेय बस्ती में पांच दिन पहले दर्जनों डायरिया के मरीज सामने आए थे। बार बार मामले आने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोरांव में स्टाफ को तैनात कर दिया है और मरीजों का इलाज किया जा रहा है।

यहां भी मिले डायरिया के मरीज
इसी तरह से खीरी के महुली गांव में भी एक दर्जन मरीजों का इलाज निजी अस्पतालों में कराया गया। खपटिहा गांव में आधा दर्जन डायरिया पीडि़तों को मंगलवार को स्वास्थ्य टीम ने दवाइयां वितरण की। खोंचा कुशवाहा बस्ती, तिवारी बस्ती, तेलियान व अरुआरी में भी एक दर्जन से अधिक मरीज पाएगए हैं। लोगों का कहना है कि दूषित पानी पीने से उनकी तबियत खराब हुई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी का ट्रीटमेंट कराया जा रहा है। खोंचा गांव के ही राजकुमारी, राम ललित तिवारी, हरी कांत, संध्या, शिवम, राजेश कुशवाहा बाद डायरिया से बीमार बताए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक गांव के चारों ओर जलभराव होने से घरों में लगे हैंडपंप का पानी पूरी तरह से प्रदूषित हो गया है। जिसको पीने से लोग बीमार पड़ रहे हैं। अगर पानी की निकासी हो जाए तो जलभराव को खत्म किया जा सकता है। जिससे लोगों को दूषित जल से बचाया जा सकेगा।

प्रदूषित पानी के सेवन से डायरिया का प्रकोप बढ़ रहा है। जहाँ भी बीमारी की जानकारी मिल रही है, स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजकर मरीजों का इलाज कराया जा रहा है। अरुआरी व खोंचा में स्वास्थ्य टीम भेजकर पीडि़तों के उपचार की व्यवस्था की जाएगी। लोगों को बीमारी से बचाव के लिए जागरुक भी किया जा रहा है।
डॉ। शमीम अख्तर
अधीक्षक, कोरांव सीएचसी प्रयागराज