प्रयागराज (ब्यूरो)। श्रद्धालुओं में आस्था के इस अटूट विश्वास को देख कोरोना का डर भी दुबका सा नजर आया। कोरोना से बेफिक्र श्रद्धालुओं को देखते हुए पुलिस भी अलर्ट रही। मेला क्षेत्र के चौराहों पर जगह-जगह लोगों को मास्क लगाने के लिए जवान हिदायत देते रहे। पर्व के एक दिन पूर्व पहुंच चुके तमाम श्रद्धालुओं ने दोपहर से ही संगम में डुबकी लगाने में जुटे। इस महा स्नान पर्व को देखते हुए घाट से लेकर मेला क्षेत्र तक पुलिस के जवान मुस्तैद रहे। मेला क्षेत्र में माइक से श्रद्धालुओं के लिए सतर्कता से जुड़े तमाम नियम व रूल्स को जवान अनाउंस करते रहे।
सुबह 11.29 बजे तक अमावस्या तिथि
सिर्फ जनपद और प्रदेश से ही नहीं, गैर प्रांतों से लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचे से मेला क्षेत्र में जबरदस्त भीड़ रही। मौनी अमावस्या के पूर्व पहुंचे यह श्रद्धालु परिचित कल्पवासियों के टेंट व संतों के पण्डाल एवं पण्डा द्वारा लगाए गए मठों में शरण लिए। ऐसी स्थिति में श्रद्धालुओं से हर मठन व पण्डाल और कल्पवासियों का टेंट श्रद्धालुओं से खचाखच भरा रहा। गौर करने वाली बात यह रही कि अमावस्या की तिथि सोमवार की दोपहर 1.27 बजे से ही शुरू हो गई थी। यही वजह रही कि मेला में पहुंच चुके लाखों श्रद्धालु दोपहर से ही पुण्य की डुबकी लगाने संगम व गंगा घाटों पर जा पहुंचे। स्नान घाटों पर दोपहर के वक्त अचानक बड़ी भीड़ को देखते हुए जल पुलिस भी काफी चौकन्ना रही।
तीर्थ पुरोहितों की मानें तो अमावस्या तिथि मंगलवार को सुबह 11.29 बजे तक रहेगी। स्नान के इस शुभ मुहूर्त को देखते हुए रात बारह बजे के बाद स्नान घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। कंपाने वाली ठंड की परवाह किए बगैर भारी संख्या में पुरुष, महिला, बच्चे और बूढ़े रास्ते भर भजन कीर्तन व जयकारा लगाते हुए घाटों पर पहुंचे। चूंकि मंगलवार को देव स्नान का काल खण्ड सुबह 6.31 से 10.43 बजे तक है। मान्यता है कि देव स्नान काल खण्ड में स्नान का भक्तजन को विशेष फल प्राप्त होते हैं। यही वजह रही कि ज्यादातर संत महात्मा व कल्पवासी इसी देव काल खण्ड के लगने का इंतजार करते रहे।
माघ मेला मुख्य स्नान पर्व को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मेला क्षेत्र में सोमवार की सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया था। दोपहर के वक्त स्नान घाटों पर बढ़ती भीड़ को देखते हुए जल पुलिस को भी एक्टिव किया गया। घाट से लेकर मेला क्षेत्र में चप्पे-पच्चे का निरीक्षण कर जवानों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
राजीव नारायण मिश्र, एसपी माघ मेला