प्रयागराज (ब्‍यूरो)। नगर निगम द्वारा बनाए जा रहे वेंडिंग जोन में पथ विक्रेताओं की समस्या पर 'दैनिक जागरण आईनेक्स्टÓ द्वारा चलाए गए अभियान को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने संज्ञान लिया है। लखनऊ से जनपद पहुंचे डिप्टी सीएम के द्वारा मंगलवार को पथ विक्रेताओं से बात की। इस दौरान वह वेंडरों से उनकी समस्याओं की जानकारी लिए। वेंडरों की समस्याओं को अविलंब दूर करने के निर्देश उनके जरिए जिम्मेदारों को दिए गए। साथ ही, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के लाभार्थियों को वह डेमो चेक भी प्रदान किए। प्लेस चिन्हित करके इन वेंडरों के लिए पर्याप्त वेंडिंग जोन बनाए जाने पर भी जोर दिए। इस दौरान डिप्टी सीएम के साथ महापौर उमेश चंद्र गणेश केसरवानी व आजाद स्ट्रीट वेंडर यूनियन के प्रदेश महामंत्री रविशंकर द्विवेदी आदि मौजूद रहे।

स्वनिधि योजना का दिए डेमो चेक

स्ट्रीट वेंडर यानी फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों के लिए शहर में फिलहाल दस जगह वेंडिंग जोन बनाए जा रहे हैं। कई जगह बन कर तैयार वेंडिंग जोन की दुकानें वेंडरों को अब तक अलॉट नहीं की जा सकी है। नैनी काटन मिल के पास बनाई गई 92 दुकानें वर्ष 2018 से अलॉट होने के बावजूद अब तक दुकानदार अव्यवस्था के चलते वहां शिफ्ट नहीं हुए। वेंडिंग जोन व फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों की इन्हीं समस्याओं को लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने एक हफ्ते तक अभियान चलाया था। लगातार वेंडरों की समस्याओं पर प्रकाशित खबरें लखनऊ में बैठे डिप्टी सीएम तक जा पहुंची। हजारों वेंडरों की इस समस्या से प्रकाशित खबरों को डिप्टी सीएम ने गंभीरता से संज्ञान लिया। जिले में आने के बाद उन्होंने मंगलवार को वेंडरों से खुद बात की। डिप्टी सीएम को अपने बीच पाकर वेंडरों ने खुलकर अपनी समस्याओं से उन्हें रूबरू कराया। डिप्टी सीएम के जरिए नगर निगम के अफसरों को निर्देश दिए गए कि वेंडरों की समस्याओं को हर हाल में निस्तारित किया जाय। जगह चिन्हित कर वेंडिंग जोन बनाएं, जितने वेंडिंग जोन तैयार हैं वहां पर अविलंब उन्हें शिफ्ट किया जाय। इस काम में ध्यान रहे कि व्यापारियों को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। वेंडरों से मुलाकात और वार्ता के दौरान डिप्टी सीएम ने कहा कि उनके विकास में केंद्र व प्रदेश सरकार हर कदम पर खड़ी है।

आप लघु उद्यमी हैं

स्ट्रीट वेंडरों को लघु उद्यमि बताते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के द्वारा स्वनिधि योजना पटरी दुकानदारों के विकास को ध्यान में रखते हुए चलाई गई है। इस योजना में कुल 18 तरह के काम शामिल किए गए हैं। ताकि पटरी दुकानदारों का भी विकास हो सके। दुकान चलाने में वेंडरों के सामने पैसे की कमी आड़े नहीं आए।