प्रयागराज (ब्यूरो)। वर्तमान में जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 400 के आंकड़े को पार कर गई है। बुधवार को बीमारी के कुल 11 मरीज सामने आए हैं। यही कारण है कि अभियान में बुखार को भी शामिल किया गया है। क्योंकि डेंगू के मरीजों में बुखार अहम लक्षण होता है। मरीज तेज बुखार से पीडि़त होता है जो लंबे समय तक बना रहता है। इसके अलावा दस्तक अभियान में टीबी, कोविड और कुपोषण को भी शामिल किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के साथ आईसीडीएस के अधिकारी भी इस अभियान का हिस्सा होंगे।
सभी मरीज शहर में मिले
प्रयागराज के ग्रामीण एरिया में डेंगू के मरीजों की संख्या तेजी से कम हो रही है। बुधवार को इसका एग्जाम्पल सामने आ गया। डेंगू की रिपोर्ट में सभी 11 मरीज शहरी एरिया में मिले हैं। जिनमें तेलियरगंज, बेली कालोनी, ऊचवागढ़ी, एडीए नैनी, चक जीरो रोड, सेंट्रल जेल नैनी, 42 बटालियन नैनी, गंगा नगर राजापुर और राजापुर में मरीज मिले हैं। नैनी सेंट्रल जेल में डेंगू का मरीज पाया जाने के बाद प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं। यही कारण है कि अब तक अर्बन एरिया में डेंूगू मरीजों की संख्या 288 और ग्रामीण में यह संख्या 115 पहुंच चुकी है।
डेढ़ हजार घरों में मिला पानी
एक ओर लोगों को जागरुक किया जा रहा है तो दूसरी ओर लोग समझने का नाम नही ले रहे हैं। बुधवार को ब्रीडिंग चेकर्स ने नौ मोहल्लों का भ्रमण कर घरों का जायजा लिया। इस दौरान 1496 ऐसे स्पाट मिले जहां पर साफ पानी एकत्र था और यहां पर डेंगू के लार्वा मौजूद थे या पनपने के पूरे आसार थे। इन सभी जगह पानी को नष्ट कराया गया। साथ ही जिन घरों के गमले, टायर, कूलर या फ्रीज में यह पानी मिला है वहां के लोगों को चेतावनी भी दी गई है। जिससे दोबारा वह अपने घर में पानी एकत्र न होने दें।
आशा और आंगनबाड़ी को मिली जिम्मेदारी
घर-घर जाकर चार बीमारियों के लक्षण ढूंढने की जिम्मेदारी और आशा और आंगनबाड़ी को दी गई है। इनकी एक-एक टीम प्रतिदिन 15-15 घरों में जाकर जायजा लेगी। अगर कोई बीमारी के लक्षण वाला मरीज मिलता है तो इसकी जानकारी नजदीक की सरकारी अर्बन पीएचसी को दी जाएगी। वहां पर मरीज की जांच कराकर इलाज शुरू किया जाएगा।
अभियान की पूरी तैयारी कर ली गई है। अगर बुखार का मरीज मिलता है तो उसकी डेंगू की जांच कराई जाएगी। डेंगू पर लगाम लगाने के तमाम उपाय चल रहे हैं। अब लोगों में भी जागरुकता बढ़ रही है।
आनंद सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी प्रयागराज