प्रयागराज (ब्यूरो)। इसके पहले इसी साल 30 अगस्त को डेंगू के शून्य मामले आए थे। लेकिन इसके बाद डेंगू ने ऐसी रफ्तार पकड़ी की काबू में नही आया। प्रतिदिन आने वाले केसेज की संख्या 30 के पार पहुंच गई थी। ग्रामीण से ज्यादा शहरी एरिया में डेंगू ने पैर पसारे थे। यही कारण है कि दो साल बाद डेंगू ने फिर से 1000 का आंकड़ा पार कर लिया है। इस साल डेंगू को काबू करने का कोई भी जतन काम नही आया। यही कारण रहा कि कई लोगों की डेंगू से जान चली गई। हालांकि स्वास्थ्य विभाग केवल दो मौत की पुष्टि कर रहा है।
कोरोना भी बैकफुट पर आया
वहीं कोरोना भी वर्तमान में बैकफुट पर चल रहा है। पिछले पांच दिन से प्रयागराज में कोरोना का एक भी मामला सामने नही आया है। जिसके बाद डेंगू का निल हो जाना बेहतर इशारा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तापमान इस समय 12 डिग्री से नीचे चल रहा है। ऐसे में डेंगू फैलाने वाला मच्छर इस तापमान में पनप नही पाता है और लार्वा समाप्त होने लगते हैं। यही कारण है कि डेंगू के केसेज काफी हो गए हैं।
फिर भी करिए इनका पालन
सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें
- घर के आसपास पानी एकत्र नही होने दें।
- गमला, पुराने बर्तन, टायर और फ्रिज के पीछे जमा पानी को हटा दें।
- फीवर आने पर डॉक्टर की सलाह लें। मरीज को प्लेन पैरासिटामाल दिया जाए।
अगस्त के बाद शुक्रवार को डेंगू का एक भी केस सामने नही आया है। यह एक अच्छा साइन है। फिर भी लोगों से अपील है कि लापरवाही बरतने से बचें। फीवर आने पर प्रॉपर इलाज कराएं।
आनंद सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी प्रयागराज