प्रयागराज ब्यूरो । विशेषज्ञों का कहना है कि अब डेंगू से डरने की जरूरत नही है। क्योंकि मौसम ने अपना काम करना शु रूकर दिया है। कम तापमान में मच्छरों की ब्रीडिंग कम हो जाती है और इससे उनके द्वारा फैलाई जाने वाली बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। वर्तमान में न्यूनतम तापमान 12 डिग्री पहुंच गया है और यह स्थिति मच्छरों के प्रजनन को एकदम कम कर देती है। जैसे जैसे तापमान कम होगा, मच्छरों का प्रकोप कम होता जाएगा।
यूपी में नंबर एक रहा प्रयागराज
पूरे प्रदेश की बात करें तो सबसे ज्यादा केस प्रयागराज में मिले हैं। इतना ही नहीं यहां बीते पांच सालों में भी सबसे ज्यादा मरीज मिले हैं। ब्लड बैंकों में प्लेटलेट्स लेने वाले और पैथालॉजी में डेंगू की जांच कराने वाले भी अब कम हो गए हैं। अभी कुल 10 डेंगू के सक्रिय केस हैं जो शहर के अस्पतालों में भर्ती हैं। बाकी 13 ऐसे डेंगू मरीज हैं जिनकी रिपोर्ट तो पॉजिटिव आई है लेकिन वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं इसलिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने के बजाय घर में रखा गया है। प्रयागराज में अब तक डेंगू के 1441 मरीज मिल चुके हैं, जबकि सात डेंगू संक्रमित मरीजों की मौत भी हो चुकी है।
वायरल फीवर की चपेट में लोग
डेंगू भले ही कम हो गया हो लेकिन वायरल फीवर का प्रकोप बना हुआ है। वर्तमान में अस्पतालों में बुखार, कोल्ड और सर्दी खांसी के मरीज पहुंच रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा बुजुर्ग और बच्चे शामिल हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि मौसम में बदलाव की वजह से जो लोग लापरवाही बरत रहे हैं उनको वायरल फीवर अपना शिकार बना रहा है। अगर फीवर आ रहा है तो तत्काल दवा करिए। अन्यथा यह दिमाग में पहुंचकर मरीज को अधिक परेशान कर सकता है। ऐसे में मरीज अचेत भी हो जाता है।
मौसम का असर दिखने लगा है। डेंगू कम होता जा रहा है। लोगों को राहत मिली है। सभी को पता था कि मौसम में ठंड बढऩे पर ही डेंगूे पूरी तरह से खत्म होगा।
आनंद कुमार सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी प्रयागराज