प्रयागराज ब्यूरो अगर अभी भी नही चेते तो डेंगू की बीमारी घर-घर पहुुंचेगी और इसके जिम्मेदार हम खुद होंगे। क्योंकि डेंगू के मरीजों की संख्या बढऩा शुरू हो गई है। बुधवार को एक और मरीज सामने आया है। करेली के 40 साल के अधेड की जांच में डेंगू की पुष्टि हुई है। उसका घर पर इलाज किया जा रहा है। जानकारी होने पर मलेरिया विभाग की टीम ने मौके पर दवाओं का छिड़काव भी कराया।

पांच मरीज नही सत्यापित

अब तक जिले में कुल 18 मरीज सामने आ चुके हैं। इनमें से 13 मरीज सत्यापित हो चुके हैं और पांच मरीजों का फोन नंबर और पता गलत होने पर टीम उन तक नही पहुंच सकी है। यह मरीज शहर के अलग अलग एरिया से सामने आए हैं। मलेरिया विभाग का कहना है कि खासकर कछार के एरिया में डेंगू का अधिक खतरा बना रहता है। इसलिए वहां पर लोगों को जागरुक करना जरूरी है। 2022 में सबसे ज्यादा मरीज कछार एरिया में ही चिंहित किए गए थे। इस समय पांच मरीजों का एसआरएन अस्पताल में इलाज चल रहा है।

घर पर ही पल रहा लार्वा

डेंगू से बचाव के लिए कई टीमें बनाई गई हैं। इन टीमों का काम चिंहित एरिया में घर घर जाकर डेंगू के लार्वा का पता लगाना है। इन टीमों की जांच में 70 फीसदी घरों में ऐसे हालात मिले हैं जहां डेंगू का लार्वा मिला है या जल्द ही पनप सकता है। खासकर लोग कूलर का पानी नही बदल रहे हैं। जिनमें लार्वा पाया जा रहा है। डॉक्टर्स का कहना है कि कूलर के ठहरे हुए पानी में डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर का लार्वा आसानी से पनप जाता है। उसकी प्रवृत्ति साफ और रुके हुए पानी में जीवित रहने की होती है। इसके अलावा छत या आंगन में टायर, प्लास्टिक, गमले आदि में भी डेंगू के लार्वा मिल रहे हैं।

आने वाले दो महीनों में खतरा अधिक

आमतौर पर डेंगू के फैलने का समय सितंबर और अक्टूबर का महीना होता हैै। इस दौरान केसेज तेजी से बढ़ते हैं। पिछले कुछ सालों में यही देखने में आया है। बारिश कम होने के बाद जगह जगह ठहरे हुए पानी में मच्छरों लार्वा पनपते हैं और वह डेंगू और मलेरिया जैसे वायरस को एक से दूसरे शरीर में आसानी से ले जाते हैं। तब इनको रोकना मुश्किल हो जाता है। इसलिए जुलाई और अगस्त के महीने में अभियान चलाकर मच्छरों के ब्रीडिंग रोकने की मुहिम चलाई जा रही है लेकिन जब तक जनता नही जागरुक होगी, डेंगू को फैलने स रोका नही जा सकेगा।

36 दिन बाद मिला कोरोना का मरीज

उधर शहर में 36 दिन बाद कोरोना का मरीज सामने आया है। जानकारी के मुताबिक मंगलवार की देर शाम एक करोना संक्रमित महिला की पुष्टि हुई है। ममफोर्डगंज एरिया की 66 साल की महिला को ह्रदय रोग था। उसे तबियत खराब होने पर परिजनों ने सिविल लाइंस के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया। मंगलवार की देर शाम महिला की करोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने महिला का इलाज करने से मना कर दिया। आनन फानन में महिला को स्वरूप रानी नेहरू हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। इसके पहले 26 जुलाई 2023 को करोना संक्रमित का मामला आया था। इस बीच एक भी मरीज नही मिलने से स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली थी।

लोगों के घरों में डेंगू के लार्वा मिल रहे हैं। यह एक गंभीर स्थिति है। अगर जागरुकता नही आई तो फिर से डेंगू के मामले बढ़ सकते हैं। हमारी टीम घर घर जाकर सभी को जानकारी दे रही है। खासकर कूलर का पानी बदलने की हिदायत दी जा रही है।

आनंद सिंह

जिला मलेरिया अधिकारी प्रयागराज