प्रयागराज (ब्यूरो)। जानकारी के मुताबिक एक सप्ताह पहले तक एएमए ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स की डिमांड निल चल रही थी लेकिन वर्तमान में प्रतिदिन औसतन 150 यूनिट प्लेटलेट्स दी जा रही है। इस सीजन में प्लेटलेट््स डेंगू के मरीजों को चढ़ाई जाती है। प्राइवेट अस्पतालों में ऐसे कई मरीज भर्ती हैं जिनमें डेंगू जैसे लक्षण मौजूद हैं। बता दें कि डेंगू के एक मरीज को दो से छह यूनिट तक की डिमांड होती है। एएमए के सचिव डॉ। आशुतोष गुप्ता न कहा कि एक सप्ताह में प्लेटलेट्स की मांग 150 यूनिट प्रतिदिन तक पहुुंच गई है।
आंकड़ों में महज एक एक्टिव केस
दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर जाएं तो जिले में केवल एक डेंगू केस एक्टिव है। बाकी दस केस रिकवर हो चुके हैं। पिछले दो दिन में एक भी नया केस भी सामने नही आया है। ऐसी हालत में प्लेटलेट्स किस अस्पताल में और किन मरीजों काो चढ़ाई जा रही है, इसकी जानकारी भी स्वास्थ्य विभाग के पास नही है।
इन लक्षणों के भर्ती हो रहे मरीज
ठंड के साथ तेज बुखार आना
नाक, कान, मुंह या लैट्रिन के रास्ते ब्लड आना
शरीर में लाल चकत्ते पडऩा
प्लेटलेट्स की बॉडी में कमी होना
थकावट, कमजोरी और बदन दर्द हेाना
जांच कराएं तो सामने आएगा सच
जो मरीज अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं उनकी एलाइजा जांच नही हो रही है। अगर प्रॉपरली यह जांच होने लगे तो सच सामने आ जाएगा। लेकिन इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को चौकन्ना होना पड़ेगा। प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की जानकारी रखनी होगी। उनसे रोजाना डेंगू की रिपोर्ट लेकर मरीजों का सैंपल एलाइजा जांच के लिए भेजना होगा। यह जांच एसआरएन अस्पताल के माइक्रोबायलाजी लैब में निशुल्क की जा ही है।
लोगों को जागरुक करने की अपील
डीएम संजय कुमार खत्री ने मंगलवार को डेंगू की रोकथाम को लेकर बैठक की गई। जिसमें नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, मलेरिया अधिकारी और डीपीआरओ को व्यापक स्तर पर अभियान चलाकर एण्टी लार्वा का छिड़काव, चूना छिड़काव, साफ-सफाई तथा जल निकासी की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। डीएम ने कहा कि कूलर, कंटेनर, गमले, हैण्डपाइप, खाली प्लाट, बेसमेंट, फ्रि ज के अंदर कंटेनर आदि में साफ-सफाई के बारे में लोगो को जागरूक करते रहे। उन्होंने कहा कि डेंगू के मरीज जिन क्षेत्रों में मिले है, उस घर को चिन्हित कर उसके आस-पास के क्षेत्रों में फागिंग आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करा ली जाये.े कहा कि पशुओं में संक्रमण फैलने की आशंका है, इसलिए गौशालाओं का निरीक्षण करा लीजिए, कहीं पर कोई कमी न रह जाये। एक अन्य बैठक में डीएम ने कहा कि बाढ़ का जलस्तर धीरे-धीरे घटने लगा है, जिससे डायरिया, वायरल फीवर, मच्छर से होने वाले मलेरिया एवं डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। इसके लिए नगर निगम एवं स्वास्थ्य विभाग को समन्वय बनाकर काम करना होगा।