सोमवार को 1743 संक्रमित सामने आए, 1399 लोगों ने दी कोरोना को मात

13 लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ा

कोरोना को मात देने वालों की तुलना में नए संक्रमित मिलने का ग्राफ फिर ऊपर चढ़ने लगा है। लगातार दूसरे दिन संक्रमितों के मुकाबले स्वस्थ होने वालों की संख्या कम रही। रविवार को यह अंतर मामूली था तो सोमवार को यह अंतर करीब साढ़े तीन सौ तक पहुंच गया है। सोमवार को 13 लोगों को कोरोना के चलते जान भी गंवानी पड़ गयी। इसका इंपैक्ट यह है कि अस्पतालों में प्रेशर बढ़ने लगा है। बेड खाली न होने से गंभीर पेशेंट्स को भर्ती किया जाना मुश्किल होने लगा है। वैसे हेल्थ डिपार्टमेंट के जिम्मेदारों का कहना है कि जल्द ही स्थितियां बदलेंगी और बड़ी संख्या में लोग कोरोना को मात देने में कामयाब होंगे।

कम नहीं हो रहा मौतों का ग्राफ

वैसे कोरोना संक्रमितों की संख्या 1800 के नीचे जाने से स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। हेल्थ डिपार्टमेंट का सिरदर्द अब मौतों का आंकड़ा है जो कम होने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को कोरोना संक्रमण से 13 मरीजों की जान गई। बता दें कि रविवार को 11 मरीजों की कोरोना से मौत हुई थी। पिछले चौबीस घंटे में 1743 संक्रमित सामने आए हैं जबकि एक दिन पहले यह संख्या 1874 थी। यानी रविवार की तुलना में 131 मरीज कम मिले हैं। यह राहत का सबब है। पिछले चौबीस घंटे के भीतर कुल 1399 लोग कोरोना को मात देने में कामयाब हुए हैं। इसमें बड़ी संख्या होम आइसोलशन से कोरोना को मात देने वालों की है। कुल 1344 लोगों ने होम आइसोलेशन कम्प्लीट किया है। अस्पतालों से डिस्चार्ज होने वालों की कुल संख्या 55 ही है। इससे अस्पतालों पर प्रेशर लगातार बना हुआ है। पिछले 24 घंटे के दौरान कुल 13377 का सैंपल लिया गया है।

ये हो गए संक्रमित

सोमवार को संक्रमित होने वालों में कालिंदीपुरम यूनियन बैंक के मैनेजर, एमएनएनआईटी के फार्मासिस्ट, हाईकोर्ट के एडवोकेट, रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर, इनकम टैक्स के एडिशनल कमिश्नर, आडिटर सीडीए पेंशन, चीफ प्रोटोकॉल इंस्पेक्टर रेलवे, गर्वमेट प्रेस एलडीसी, समीक्षा अधिकारी हाईकोर्ट आदि शामिल रहे। बताया जा रहा है शहर में जल्द ही नए प्राइवेट अस्पताल खोलने की तैयारी चल रही है।

ऑक्सीजन की कमी दूर होने के बाद मरीजों को राहत देने की तैयारी चल रही है। संक्रमण को रोकने के लिए भी प्रोग्राम बनाया गया है। इसी का नतीजा है जांच की संख्या बढ़ा दी गयी है।

डॉ। ऋषि सहाय

नोडल कोरोना, प्रयागराज