प्रयागराज ब्यूरो । एडेड महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों के लिए होने वाली भर्ती परीक्षा पर सोमवार को उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय की बैठक में फैसला होगा। इसकी परीक्षा फरवरी में होनी थी लेकिन उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के अध्यक्ष और सदस्य के रिटायर होने पर भर्ती प्रक्रिया ठप हो गई थी। इस बैठक में फैसला न हुआ तो गठित हो रहे राज्य शिक्षा सेवा आयोग से भर्ती होगी। लेकिन उस आयोग को धरातल पर आने में काफी समय लग सकता है। वहीं इसमें आवेदन कर चुके 90,159 अभ्यर्थियों ने प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है।
जुलाइ में जारी हुआ था विज्ञापन
उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) महाविद्यालयों में 34 विषयों के लिए 1017 असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती का विज्ञापन जुलाई में जारी किया था। रिक्त पदों के सापेक्ष 90,159 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। उनसे आवेदन शुल्क के रूप में 16.81 करोड़ रुपये लिया गया। आवेदन लेने के बाद आयोग ने करीब तीन करोड़ रुपये खर्च करके प्रश्न पत्र तैयार करवाया और फरवरी में परीक्षा कराने की तैयारी थी। लेकिन फरवरी के पहले हफ्ते में आयोग के अध्यक्ष ईश्वर शरण विश्वकर्मा, सदस्य रजनी त्रिपाठी और कृष्ण कुमार रिटायर हो गए। उनके जाने से आयोग में भर्ती प्रक्रिया ठप हो गई। कई बार अभ्यर्थियों ने भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग की तो उच्च शिक्षा मंत्री ने इस मुद्दे पर 13 मार्च को अफसरों की बैठक बुलाई है। आसार है कि भर्ती को लेकर कुछ सकारात्मक निर्णय होंगे।

अगले महीने उप सचिव का कार्यकाल होगा पूरा

उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग में छह सदस्य और अध्यक्ष के पद है। वर्तमान में दो सदस्य हैं। अगर एक सदस्य की नियुक्ति हो जाय तो भर्ती प्रक्रिया शुरू कराने के लिए कोरम पूरा हो जाएगा। एक सदस्य की भर्ती के लिए वर्षभर पहले आवेदन लिया गया था लेकिन अब तक उसका परिणाम नहीं आया है। सप्ताह भर में उसका परिणाम जारी करके एक सदस्य को नियुक्ति हो सकती है और फिर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। आयोग में कर्मचारियों की भी कमी है। अगले महीने उप सचिव का भी कार्यकाल पूरा हो जाएगा।