प्रयागराज ब्यूरो । महाकुंभ 2025 के दौरान अलोपीबाग के पुल के समानांतर नए पुल का कितना महत्व है यह सरकार भी जान चुकी है। यही कारण है कि मंगलवार को व्यय वित्त समिति की बैठक में इस पुल के बजट को हरी ंझंडी दी जानी थी। लेकिन किन्ही कारणों से इस बैठक को दो दिन के लिए टाल दिया गया है। हालांकि इस पुल के निर्माण का पूरा प्रस्ताव सेतु निगम ने तैयार कर लिया है। अधिकारियो की माने तो इस अलोपीबाग फ्लाईओवर का निर्माण कार्य शुरू होने के बाद परेड के तरफ की सड़क को पुल निर्माण तक बंद कर दिया जाएगा। इस दौरान नैनी मार्ग के लिए एक सड़क का एक भाग मार्ग खुला रहेगा।

पुराने पुल का होता रहेगा इस्तेमाल

बताया गया कि दूसरी तरफ झूंसी के लिए पुराने आलोपीबाग पुल का इस्तेमाल किया जाएगा। दरसअल समय से काम पूरा करने के लिए सेतु निगम ने यह प्रस्ताव जिला प्रशासन को दिया है। हालांकि व्यय वित्त समिति की मंगलवार को होने वाली बैठक दो दिन के लिए टल गई है। वहीं बैठक होते ही पुल निर्माण के लिए बजट जारी कर दिया जाएगा। यह भी बता दें कि कुल 700 मीटर लंबे टू लेन पुल को पुराने अलोपीबाग फ्लाईओवर के समानांतर बनाया जा रहा है। जिसका निर्माण सपा सरकार के कार्यकाल में कराय ागया था। नया पुल अलोपीबाग से शुरू होकर बैरहना चौराहे तक जाएगा।

परेड मैदान की तरफ होगा निर्माण

पुल का निर्माण परेड मैदान की तरफ से किया जाएगा। जिसके लिए सेतु निगम ने पुल निर्माण के मार्ग को सुरक्षा के दृष्टिगत और कार्य में किसी प्रकार की बाधा न उत्पन्न हो, इसके लिए इस पूरे मार्ग को बंद रखने की मांग की है। यह भी बता दें कि पुल निर्माण के बीच में पडऩे वाले जीटी जवाहर चौराहा यातायात के लिए उपलब्ध रहेगा। इस पुल के निर्माण में कुल 95 लाख रुपए का खर्च होगा। जिसमें से 55 करोड़ पुल की लागत है और 40 करोड़ रुपए सर्विस लेन के निर्माण में खर्च होंगे।

शासन से मिल चुकी है अनुमति

इस पुल को शासन ने पहले ही मंजूरी दे दी है। वहीं व्यव वित्त समिति की तरफ से बजट जारी होते ही पुल का निर्माण कुछ ही दिनों के भीतर शुरू हो जाएगा। इसे 11 माह मे पूर्ण कराने की चुनौती सेतु निगम को मिली है। इस पुल के बनने से यहां पर लगने वाले कई घंटों के जाम से लोगों को निजात मिल जाएगी। पुराने पुल के निर्माण के बाद भी जाम की समस्या से निजता नही मिल रही थी। इसकी वजह से नए पुल को बनाने का निर्णय लिया गया है।

नए पुल के निर्माण के लिए बजट का इंतजार है। इसके जारी होते ही काम शुरू करा दिया जाएगा। इस पुल के बनने के बाद जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी। इसके लिए हमने प्रस्ताव में जिला प्रशासन से एक लेन बंद कराने की अनुमति मांगी है।

मनोज अग्रवाल, परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम, प्रयागराज