प्रयागराज ब्यूरो । शहर के छोटा बघ़ाड़ा में संदीप साहू (20) व सिविल लाइंस में शंभू कुमार धूरिया (55) की बॉडी रविवार को रूम में फांसी के फंदे पर लटकती मिली। दोनों की बॉडी देखकर परिवार में मातम पसर गया। खबर मिली तो पुलिस मौके पर पहुंच गई। बॉडी को फंदे से उतार कर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। कमरे की छानबीन की गई। दोनों जगह रूम में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। पूछताछ में परिजन भी सुसाइड की वजह नहीं बता सके।
नहीं मिला रूम में सुसाइड नोट
संदीप साहू कर्नलगंज थाना क्षेत्र के छोटा बघाड़ा का निवासी का निवासी था। यहां रहकर वह दुकानों पर ब्रेड की सप्लाई का काम करता था। बताते हैं कि उसके पिता जय प्रकाश बिहार में प्राइवेट काम करते हैं। घर पर मां कंचन सहित परिवार के अन्य सदस्यों के साथ वे रहता था। सुबह परिजन उठे तो कमरे में गमछे से बने फंदे से संदीप की बॉडी पंखे के हुक से लटक रही थी। यह देखते ही परिवार में मातम पसर गया। सुबह-सुबह रोने-पीटने की आवाज सुनकर पड़ोस के लोग दौड़ पड़े। सूचना पाकर कर्नलगंज पुलिस मौके पर पहुंचकर छानबीन की। कोई सुसाइड नोट कमरे से नहीं मिला। बड़े भाई संतोष ने पुलिस को बताया कि इधर कुछ महीने से उसका ब्रेड का धंधा सही नहीं चल रहा था। भाई संदीप आत्मघाती कदम क्यों उठाया? यह बात स्पष्ट नहीं हो सकी। इंस्पेक्टर कर्नलगंज प्रदीप कुमार ने कहा कि उसके मोबाइल की जांच की जा रही है।
फालोवर के भाई ने लगाई फांसी
सिविल लाइंस स्थित इंदु-कुंज अपार्टमेंट में निवासी इंजीनियर अंकित के घर खाना बनाने वाले शंभू कुमार ने भी सुसाइड कर लिया। रविवार सुबह उसकी बॉडी रस्सी से बने फंदे के सहारे लटकती मिली। बताते हैं कि वह प्रतापगढ़ स्थित बाघराय थाना क्षेत्र के कोडऱाजीत पुर गांव का रहने वाला था। उसकी पत्नी गीता गांव में रहती हैं। जबकि बच्चे सूरत में रहते हैं। पिछले एक साल से शंभू खाना बनाने का काम कर रहा था। दोपहर करीब दो बजे सूचना मिली तो सिविल लाइंस पुलिस मौके पर पहुंची। आइजी कार्यालय में फालोवर भाई रमेश भी घटनास्थल पर पहुंचा गया। मगर सुसाइड का कारण वह भी नहीं बता सका। मामले में इंस्पेक्टर सिविल लाइंस रामाश्रय यादव ने बताया कि कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।