प्रयागराज ब्यूरो ।कचहरी में एक दारोगा पर जानलेवा हमला किया गया। दरोगा की वर्दी फाड़ दी गई। दारोगा एक महिला चोर को कोर्ट में पेश करने ले गया था। इस दौरान उस पर हमला किया गया। महिला सिपाही ने आरोपित महिला को नहीं छोड़ा। महिला सिपाही के साथ भी धक्कामुक्की की गई। इस दौरान वकीलों की भीड़ जुटी तो हमलावर भाग निकले। कर्नलगंज पुलिस ने घायल दारोगा का उपचार कराया। इसके बाद दारोगा की तहरीर पर आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया गया।

चोरी में पकड़ी गई महिला
चार दिन पहले अधिवक्ता मैमूना फात्मा एसबीआई की करेली शाखा में पैसा जमा करने गईं थीं। बैंक में उनके बैग से पचास हजार रुपये गायब हो गए। वह काउंटर पर पहुंची तो पचास हजार कम देखकर हैरान रह गईं। उन्होंने घर फोन किया। सूचना पर करेली पुलिस पहुंच गई। परिजन भी आ गए। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो एक महिला बैग से पैसे निकालते दिखी। पुलिस ने केस दर्ज लिया। इसके बाद महिला की तलाश में लग गई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सदियापुर निवासी रीना को पकड़ लिया। शुक्रवार दोपहर में दारोगा अर्जनु कुमार चोरी की आरोपित रीना को कोर्ट में पेश करने के लिए ले गए। साथ में महिला सिपाही भी थी।
आरोपित के परिजनों ने कर दिया हमला
कचहरी में कोर्ट के पास जब दारोगा पहुंचा तो वहां पर रीना के पति रामनाथ, चचेरी बहन, ससुर मुन्ना लाल, वकील सोनू यादव व जियाउद्दीन मौजूद थे। पहले परिजनों और वकीलों ने दारोगा को समझाने की कोशिश की। दारोगा पर दबाव बनाने की कोशिश की। दारोगा ने रीना को छोडऩे से इंकार कर दिया तो परिजन और वकील दारोगा से भिड़ गए। दारोगा ने विरोध किया मगर हमलावर भारी पड़ गए। दारोगा की वर्दी फाड़ डाली। इसके बाद जमकर हाथापाई की। महिला सिपाही से भी अभद्रता की गई। दारोगा को पिटता देख तमाम वकील आ गए। इस पर हमलावर भाग निकले। सूचना पर कर्नलगंज पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने रीना को कोर्ट में पेश किया। इसके बाद उसे नैनी जेल भेजा गया। घायल दारोगा को उपचार के लिए ले जाया गया। दारोगा से तहरीर लेकर कर्नलगंज थाने में केस दर्ज किया गया.
कोट
करेली थाने का दारोगा अर्जुन कुमार चोरी की आरोपित एक महिला को कोर्ट में पेश करने लाया था। इस दौरान दारोगा पर हमला किया गया। उसकी वर्दी फाड़ी गई। मामले में परिजनों और वकीलों पर केस दर्ज किया गया है.
बीके सिंह, इंस्पेक्टर कर्नलगंज
पहले भी हो चुका है पुलिस पर हमला
कचहरी में पुलिस पर हमला कोई नई बात नहीं है। आरोपितों के वकील कई बार ऐसी हरकत कर चुके हैं। कुछ महीने पहले होलागढ़ के थानेदार को कचहरी में जमकर पीटा गया था। सिपाही और दारोगा अक्सर मारपीट के शिकार होते रहते हैं.