प्रयागराज (ब्यूरो)। पुलिस के मुताबिक मौजूदा समय में औद्योगिक थाना क्षेत्र के लवायन कला निवासी पूवü ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा फतेहगढ़ जेल हैं। जबकि कनüलगंज का रहने वाला अख्तर कटरा सोनभद्र जेल में है। बताया गया कि प्रतापगढ़ जिले के कोतवाली एरिया निवासी शूटर मो। शोएब भी लखनऊ की जेल में बंद है। इतना ही नहीं प्रतापगढ़ कोतवाली क्षेत्र स्थित आजाद नगर निवासी अबरार मुल्ला भी नैनी जेल में गुनाहों की सजा भुगत रहा है।
वषü 2017 में 12 जनवरी की वह मनहूस शाम थी जब नामी सजüन डॉक्टर एके बंसल को रामबाग जीवन ज्योति अस्पताल के चेंबर में घुसकर गोली मारी गई थी। इस सनसनीखेज वारदात को दो शूटरों द्वारा अंजाम दिया गया था। डॉ। बंसल पर गोलियां बरसाने के बाद शूटर बैक साइड रहे रास्ते से भाग निकले थे। चचिüत सजüन डॉ। बंसल की हत्या से सिफü जनपद ही नहीं पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया था। कई दिनों तक लखनऊ से एसपी एसटीएफ समेत अन्य अफसर मामले की तफ्तीश के लिए यहां डेरा डाल दिया थे। लोकल पुलिस भी कत्ल के क्लू को खंगालने में खूब पसीना बहाई थी। इस बीच टीमें उनसे जुड़े जमीन सहित अन्य विवादों की बात जड़ खोज निकाली थी। इन सब के बावजूद पुलिस व एसटीएफ टीम के हाथ उस वक्त आरोपितों को लेकर सफलता नहीं मिल सकी थी। कई दिनों तक चली छानबीन के बाद टीमें प्रत्यक्ष रूप से क्रिया को ठप कर दिया।
एडमिशन माफिया का नाम आया सामने
इस बीच अचानक एसटीएफ के सामने एडमिशन माफिया के रूप में आलोक सिन्हा नामक आया। पुलिस आलोक की तलाश में दरबदर भटकती रही। दिल्ली से पटना तक टीम चक्कर लगाई मगर वह पकड़ा नहीं जा सका था। पिछले वषü 2021 में पांच अप्रैल को एसटीएफ प्रयागराज द्वारा प्रतापगढ़ जनपद स्थित मांधाता इलाके के शातिर शोएब दबोचा गया। इसकी गिरफ्तारी के बाद टीम ने दावा किया था कि डॉ। बंसल की हत्या में वह बतौर शूटर शामिल था। रुपयों के बंटवारे को लेकर हुए विवाद में घटना में शामिल रहे दूसरे शूटर की हत्या कर दी गई। एसटीएफ ने यह भी बताया कि था पूछताछ में वही गिरफ्तार शूटर ही बंसल मडüर केस में आलोक सिन्हा, दिलीप मिश्रा और अख्तर कटरा के शामिल होने की बात कबूल की थी। बताया गया कि अब इन आरोपितों पर कीडगंज पुलिस ने गैंगस्टर का केस दजü किया है। माना जा रहा है कि पुलिस डॉ। बंसल मडüर केस के आरोपितों पर धीरे-धीरे शिकंजा कसना शुरू कर दी है।