प्रयागराज (ब्यूरो)। घटना का शिकार बने बुजुर्ग का नाम सुधाकर राय बताया गया है। वह एसडीओ पोस्ट से रिटायर हो चुके हैं। घर में कुछ काम के चलते उन्हें कैश की जरूरत थे। इसके लिए वह बेटे के साथ कार से भारतीय स्टेट बैंक की पुलिस लाइंस के सामने स्थित ब्रांच में पहुंचे थे। बैंक से उन्होंने ढाई लाख रुपये निकाले। डेढ़ लाख रुपये उन्होंने पर्स में रखे। यह पर्स उन्होंने हाथ में ले रखा था। बाकी एक लाख रुपये उन्होंने पैंट की जेब में डाल रखे थे। बैंक से वह बेटे के साथ निकले और घटनास्थल पर खड़ी कार तक पहुंचे। गाड़ी का गेट खोलकर वह बैठने ही वाले थे कि बाइक से दो बदमाश पहुंचे और उनके हाथ में मौजूद बैग छीनकर भाग निकले। उन्होंने शोर भी मचाया लेकिन बदमाश में दिन में सड़क खाली होने का फायदा उठाकर स्पीड में भाग निकले। यह सनसनीखेज घटना करीब तीन बजे उस वक्त हुई जब पुलिस लाइंस में अफसरों की मीटिंग चल रही थी। बात मालूम चली तो मीटिंग में रहे एसपी सिटी भाग कर मौके पर पहुंचे। लुटेरों की तलाश में फौरन सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच में पुलिस जुट गई। पुलिस ने दावा किया है कि जिस बाइक से लुटेरे थे उसका नंबर हाथ लग गया है। लुटेरों की तलाश में एसओजी की टीम भी लगादी गई है। इस सारी कवायद के बावजूद देर शाम तक लुटेरे पुलिस के हाथ नहीं लग सके थे।
प्राथमिक विद्यालय में टीचर है बेटा
झूंसी के हवेलिया मोहल्ला निवासी सुधाकर राय का बेटा सुशील कुमार प्राथमिक विद्यालय में टीचर है। सोमवार दोपहर कार से बेटे के साथ सुधार पुलिस लाइंस के पास स्थित एसबीआई आए थे। बतात हैं कि सुशील ने कार को पुलिस लाइंस गेट के ठीक सामने पीपल पेड़ के नीचे पार्क कर दिए। इसके बाद पिता के साथ पैसा निकालने के लिए बैंक के अंदर चले गए। सुधीर बैंक में अपने खाते से ढाई लाख रुपये निकाले। पूछताछ में पुलिस को पीडि़त ने बताया कि दोनों कार के पास जैसे ही पहुंचे कि नकाबपोश लुटेरे स्पीड में पहुंचे। बाइक एकदम बगल में लगा दी। इसके पहले कि वह कुछ समझ पाते पीछे बैठे बदमाश ने बैग छीन लिया। इसके बाद दोनों लुटेरे बाइक से काफी स्पीड में भाग निकले। इस घटना से सुधाकर राय व उनके बेटे सुशील के रोंगटे खड़े हो गए। पीडि़त सुधाकर राय से बातचीत के बाद एसपी सिटी उन्हें लेकर बैंक में पहुंचे। बैंक व आई ट्रिपलसी में सीसीटीवी कैमरे से लुटेरों का सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिए। छानबीन के बाद पुलिस ने दावा किया बदमाशों द्वारा घटना में प्रयोग की गई बाइक का नंबर मिल गया है। जल्द ही बदमाश पकड़े जाएंगे। मीटिंग में रहे अफसरों के निर्देश पर फौरन लुटेरों की तलाश में एसओजी की टीम लगा दी गई।
पड़ोस में थी शादी मदद में देने थे रुपये
लुट के शिकार सुधाकर राय के पड़ोसी के घर शादी है। पड़ोसी ने उनसे शादी में आर्थिक मदद मांगी थी।
एक अच्छे पड़ोसी का धर्म निभाते हुए सुधाकर ने मदद में रुपये देने का वादा किया था।
सुधाकर ने बताया कि पड़ोसी को देने के लिए ही उन्होंने बैंक से पैसा निकाला था।
पैसा निकालने के बाद उन्होंने बैंक के अंदर ही उसे बैग में रख दिया था।
बाहर आकर उन्होंने बैग को न तो खोला और न ही कहीं पर रुपये निकालकर आने जैसा कुछ महसूस होने दिया।
बैंक से पुलिस लाइंस गेट के पास पहुंचने में बमुश्किल पांच मिनट भी नहीं लगे होंगे।
इसी पांच मिनट के अंदर लुटेरों ने वारदात को अंजाम दिया।
बैंक के अंदर से ही हुई थी रेकी!
लूट की घटना के शिकार सुधाकर राय के मुताबिक वह पैसा बैग में बैंक के अंदर ही रखे थे। बाहर कहीं रुके नहीं और बैग भी नहीं खोले। मतलब यह हुआ कि लुटेरों का मुखबिर बैंक के अंदर ही था। वही शातिर मुखबिर उन्हें पैसा बैग में रखते हुए देखकर खबर लुटेरों को दिया होगा। क्योंकि लुटेरे तो सुधाकर को बैंग में रुपये रखते हुए देखे नहीं थे। फिर बैंक से सुधाकर के निकलते ही पांच मिनट के अंदर बदमाश उनके पास कहां से और कैसे पहुंच गए। लुटेरे बैंक के अंदर तो थे नहीं। बाइक सवार लुटेरे बड़ी स्पीड में रोड पर आए थे। अर्थात लुटेरे बैंक के आसपास ही थे। यह तमाम स्थितियां इस बात की गवाह हैं कि घटना को अंजाम देने की पूरी रेकी बैंक के अंदर से ही हुई थी।
फिर कबाड़ निकला रोड का कैमरा
पुलिस गेट के सामने रोड पर स्मार्ट सिटी के तहत लगाया गया कैमरा फिर कबाड़ ही साबित हुआ। सूत्र बताते हैं कि लूट की वारदात के बाद पुलिस द्वारा इस कैमरे के फुटेज को सर्च किया गया। सर्च के दौरान पता चला कि वह कैमरा चल ही नहीं रहा है। इसके बाद पुलिस बैंक परिसर व आसपास लगाए गए दूसरे कैमरों के फुटेज को सर्च करने का काम शुरू किया। बताते चलें कि शिवकुटी एरिया स्थित बेली रोड पर पिछले महीने हुई लूट की घटना में भी वारदात के पास लगाया गया कैमरा पुलिस के काम नहीं आया था।
लुटेरों की तलाश की जा रही है। जिस बाइक से घटना हुई है उसका नंबर ट्रेस कर लिया गया है। गिरफ्तारी में एसओजी की भी टीम लगा दी गई है। जल्द ही लुटेरे गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।
दिनेश सिंह, एसपी सिटी