-दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने वर्ल्ड हंगर डे पर लोगों को जरूरत के मुताबिक ही खाना लेने को किया जागरूक
ALLAHABAD: आज भी देश में करोड़ों लोग या तो आधे पेट खाकर या भूखे सोने को मजबूर हैं। वहीं बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो होटल या रेस्टोरेंट्स में प्लेट में खाना लेकर छोड़ देते हैं। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने वर्ल्ड हंगर डे पर शहर के होटल, ढाबा और रेस्टोरेंट्स में विशेष अभियान चलाया। इसमें लोगों को इस बात के लिए प्रेरित किया गया कि प्लेट में उतना ही खाना लें, जितना खा सकें, ताकि भोजन की बर्बादी को रोका जा सके। इस अभियान में हमारे साथ जय शंकर ढाबा, होटल मिलेनियम इन भी शामिल रहे।
कॉलिंग
भोजन को तैयार करते समय भी इसका ध्यान रखना चाहिए, कि जितनी जरूरत हो, उतना ही बनाएं। अगर इसके बाद भी खाना बचता है तो वेस्ट फूड कलेक्शन नम्बर पर सूचित करें। इससे बचे हुए खाने का सही तरीके से प्रयोग हो सकेगा।
-राजीव शांडिल्य
हर व्यक्ति के लिए भोजन जरूरी है। लोग अक्सर अपनी भूख से अधिक भोजन प्लेट में लेकर उसे वेस्ट करते हैं। ऐसे में सभी को इसके लिए जागरूक होकर इस दिशा में कदम उठना पड़ेगा। तभी कोई बदलाव संभव हो सकेगा।
-नीलेश मिश्रा
हमेशा से हमारी आदत रही है कि उतना ही खाना लेते हैं, जितनी भूख हो। अगर और जरूरत हुई तो फिर ले लेते हैं, लेकिन वेस्ट नहीं होने देते। ताकि बचा हुआ खाना किसी जरूरतमंद के काम आ सके।
-रमेश शर्मा
घर में ही नहीं, बाहर भी जब हम फैमिली के साथ जाते हैं तो वहां हम पति और पत्नी एक स्पेशल थाली मंगाते हैं और उसमें ही बांटकर खाते हैं। अगर जरूरत पड़ी तभी और मंगाते हैं। लोगों को भी ऐसा ही करना चाहिए।
-पूनम शर्मा