- जाम के साथ सड़कें भी कब्जा कर रही डग्गामार बसें, राजस्व को भी लग रहा चपत

-आरटीओ प्रवर्तन की दो फेस में चली कार्रवाई का नहीं दिख रहा असर, सड़क के बीच से ही पकड़ रहे हैं सवारी

PRAYAGRAJ: डग्गामार बस चालकों की सड़कों पर दंबगई जारी है।

नियमों की अनदेखी कर सवारियों को भर रहे हैं। आरटीओ प्रवर्तन की कवायद के बावजूद इन पर लगाम नहीं लग पा रहा है। डग्गामार के खिलाफ दो फेस में अभियान चलाया गया। 250 से अधिक वाहनों पर कार्रवाई की गई। फिर भी इन पर कोई असर नहीं है। रविवार को दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने आरटीओ प्रवर्तन द्वारा चलाये जा रहे अभियान का डर डग्गामारों में कितना है। इसका रियलिटी चेक किया तो खुलेआम सड़क पर बस रोक कर सवारी भरते नजर आएं। बस स्टैंड के सामने व चंद कदमों की दूरियों से सवारियों को पकड़ रहे थे।

16 दिन चलाया गया अभियान

रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक रोडवेज के किसी भी बस स्टैंड से एक किलोमीटर के अंदर प्राइवेट बसों का स्टैंड नहीं हो सकता। बावजूद इसके रोडवेज बस स्टेशन से महज कुछ कदमों की दूरी पर सिविल लाइन बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन व जीरो रोड पर डग्गामार बसें खुलेआम सवारियां भरती नजर आती हैं। लेकिन यहां बेधड़क डग्गामारी का सिलसिला जारी है। जबकि यह अभियान दो फेस में चलाया गया। पहले फेस में 8 से 16 जनवरी तक चलाया गया। वहीं दूसरे फेस में 16 से 24 चलाया गया। इस कार्रवाई के दौरान पहले फेस में 165 और दूसरे फेस में 92 डग्गामारों के खिलाफ कार्रवाई की गई।

आरटीओ का फिक्स है महीना

दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की टीम ने तमाम डग्गामार बसों के मैनेजर व कर्मचारियों से इस बाबत बातचीत की। उन्होंने बताया कि इसके लिए आरटीओ प्रवर्तन को एक रकम दी जाती है। नहीं तो आरटीओ प्रवर्तन बस स्टैंड के एक किलोमीटर के अंदर पकड़ ले तो भारी-भरकम जुर्माना लगा देते हैं।

यह अभियान पहले फेस में गोपीगंज एरिया में चलाया गया। जिसमें कुल 165 वाहनों पर कार्रवाई की गई। वहीं दूसरे फेस में रीवा रूट पर चलाकर 92 वाहनों पर कार्रवाई की गई। कोशिश पूरी रहती है कि कोई भी डग्गामारी न कर पाएं। सिटी पर भी फोकस रहता है।

सुरेश कुमार मौर्या, एआरटीओ प्रवर्तन