प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सर, शिवकुटी पुलिस मेरा एफआईआर नहीं लिख रही है। मैं दौड़ भाग करके परेशान हो गया हूं। रोज मैं कभी साइबर सेल जाता हूं तो कभी शिवकुटी थाने। मेरे लिए सत्तर हजार रुपये बहुत बड़ी चीज है। मुझे कमरे का किराया देना है, रोज की जरुरतें हैं, मगर केस दर्ज नहीं किया जा रहा है। बगैर केस दर्ज किए मुझे मेरा पैसा वापस नहीं मिलेगा। यह सुनकर एडीसीपी क्राइम ने तत्काल केस दर्ज करने का निर्देश दिया। इसके बाद शिवकुटी पुलिस ने केस दर्ज किया।

19 को पटना गए थे परीक्षा देने
जौनपुर के रहने वाले विपिन कुमार पांडेय प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते हैं। विपिन गोविंदपुर में किराए का कमरा लेकर रहते हैं। 19 मई को विपिन पटना गए थे परीक्षा देने। वहां पर विपिन का मोबाइल रास्ते में कहीं गिर गया। विपिन ने मोबाइल तलाशा, मगर मोबाइल नहीं मिला। वह वापस लौट आए। तीन दिन बाद विपिन को किराया देना था। विपिन बैंक एकाउंट से पैसा निकालने पहुंचे। पता चला कि बैंक एकाउंट खाली है। एकाउंट से सत्तर हजार रुपये गायब थे। विपिन ने इसकी सूचना साइबर सेल को दी। साइबर सेल ने कुछ दिनों बाद विपिन को बताया कि जिस एकाउंट में रकम ट्रांसफर की गई है। उसे होल्ड करा दिया गया है। उस एकाउंट में साठ हजार रुपये हैं। इसके बाद साइबर सेल से विपिन को मुकदमा दर्ज कराने के लिए कहा गया। विपिन शिवकुटी थाने से लेकर साइबर सेल का चक्कर काटते रहे। आखिरकार विपिन के धैर्य का बांध टूट गया। विपिन ने एडीसीपी क्राइम सतीश चंद्र से शिकायत की। बताया कि कैसे साइबर सेल से शिवकुटी थाने का चक्कर काट कर वह परेशान हो गए हैं। इस पर एडीसीपी क्राइम सतीश चंद्र ने शिवकुटी थाने को एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया तब केस दर्ज किया गया।