प्रयागराज (ब्‍यूरो)। हफ्ते भर पूर्व की गई शिकायत पर अब तक हुई जांच में साइबर एक्सपर्ट को कई चीजें मालूम चली हैं। एक्सपर्ट कहते हैं कि साइबर ठग चारधाम यात्रा के नाम से फर्जी वेबसाइट बना रखे हैं। उनकी यह फेक वेबसाइट सही व रजिस्टर्ड बुकिंग कंपनियों के नाम से होती है। चारधाम यात्रा पर जाने वाले लोग हवाई जहान व होटल बुकिंग के लिए गूगल पर कंपनियों को सर्च करते हैं। लोगों द्वारा सर्च करने पर साइबर ठगों की वेबसाइट सामने आ जाती है। जानकारी के अभाव में लोग उस साइट को ओपन कर लेते हैं। इसके बाद साइट मोबाइल नंबर व एड्रेस और नाम आदि लिखकर सेंड कर देते हैं। इसके बाद साइबर ठग सीधे मोबाइल पर बुकिंग का झांसा देते हैं। वह अलग-अलग अपनी फेक साइट के नाम से खुलवाए गए अकाउंट नंबर देकर रुपये मंगा लेते हैं। पैसा पाते ही इसके बाद ऑनलाइन बुकिंग का टिकट भेज देते हैं। लोग जब टिकट लेकर हवाई अड्डा या होटल पहुंचते हैं तो ठगी की बातें उन्हें मालूम चलती हैं। चारधाम यात्रा के नाम पर ठगी की शिकायत करने वालों में झूंसी निवासी विनय व हनुमानगंज के श्रीधर सोनकर एवं एवं फाफामऊ रणधीर कुमार शामिल हैं। इनकी शिकायत पर साइबर एक्सपर्ट अब शातिरों की तलाश में जुट गए हैं।

नालंदा से संचालित हो रहा है गैंग
मामले में साइबर थाने के एक्सपर्ट द्वारा अब तक की गई छानबीन में कुछ तथ्य सामने आए हैं। एक्सपर्ट को पता चला है कि भक्तों से साइबर ठगी करने वाला फ्राड गैंग बिहार और झारखण्ड के बीच स्थित नालंदा के नवादा से संचालित हैं। एक्सपर्ट अभी ठगों की और डिटेल जुटाने में जुटे हैं। कहा गया है कि अकाउंट आदि की डिटेल खोजने के बाद गिरफ्तारी के लिए टीम ठगों के अड्डे पर रवाना होगी। चारधाम यात्रा का टिकट विनय के साले ने बुक किया था। एक लाख 35 हजार के करीब रुपये उनके डूब गए। अन्य दोनों शिकायतकर्ता तीन से 40 हजार रुपये ट्रांसफर किए थे। जब फिर दूसरे अकाउंट में होटल के लिए रुपये मांगे गए तो उन्हें शक हुआ था।

बुकिंग के पूर्व ऐसे बरतें सावधानी
साइबर थाने के एक्सपर्ट कहते हैं कि बुकिंग चारधाम यात्रा की हो या फिर कहीं और टूर, बुकिंग के पहले छानबीन करें
कंफर्म करें कि जिस साइट पर बुकिंग करा रहे वह सही है या नहीं, पूरी पड़ताल के बाद ही साइट पर फार्म फिल करें
यदि फार्म फिल कर दिए हैं और रुपये ऑनलाइन खातों में मंगाए जाय तो सतर्क हो जाएं और फिर पड़ताल कर करें
फार्म फिल करने के बाद मोबाइल पर आने वाली कॉल को गंभीरता से सुने और और बुकिंग नंबर को कंफर्म जरूर करें
ऑनलाइन ठगी होने की बात मालूम चलने के तुरंत बाद राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या साइबर थाने में करें

चारधाम यात्रा के नाम पर की गई ठगी की प्राप्त शिकायतों को लेकर पड़ताल की जा रही है। ठगों के गैंग की लोकेशन टे्रस कर ली गई है। कागजी साक्ष्य की तलाश की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद टीम गिरफ्तारी के लिए रवाना होगी।
राजीव तिवारी, साइबर थाना प्रभारी