प्रयागराज ब्यूरो । अकाउंट में ठगे गए रुपयों के आते ही वह शशिकांत से इमरजेंसी बताकर निकलवाया और ले लिया। पैसे हाथ में आते ही विकास नौकरी छोड़कर दिया। इस गैंग के जरिए एक जनसेवा केंद्र संचालक के अकाउंट में भी फाड किए गए रुपयों को मंगाया गया। वाराणसी में जिस शख्स से ठगी हुई वह इस मामले की शिकायत खाता नंबर के आधार पर वहां की पुलिस से किया। मुकदमा दर्ज करके वाराणसी की टीम छानबीन में जुटी और शशिकांत के अकाउंट को बंद करा दी। अकाउंट सीज होने से परेशान शशिकांत ने शिकायत यहां साइबर सेल में की। शशिकांत की शिकायत पर साइबर सेल द्वारा छानबीन की गई तो यह पूरा प्रकरण खुलकर सामने आ गया। पकड़े जाने के बाद फ्राड विकास दास द्वारा भी शशिकांत से दोस्ती करके उसके खाते में ठगी के रुपयों को मंगाने की बात कबूल की गई है।
कमीशन की चाहत बनी गई आफत
जनसेवा केंद्र संचालन कर्नलगंज निवासी रंजीत गौड़ के अकाउंट भी कुछ महीने पहले गिरफ्तार किए गए शातिरों ने बड़ी चालाकी से यूज किया। गिरफ्तार किए गए ठग जनसेवा केंद्र पर पहुंचे और रंजीत से मिले। पुलिस के मुताबिक इन शातिरों ने जनसेवा केंद्र संचालक को इमरजेंसी बताते हुए उसके खाते में रुपये मंगाने का झांसा दिया। झांसे में आए जनसेवा केंद्र संचालन ने अपने खाते में रुपये मंगाने के लिए कमीशन की डिमांड की। कहा कि वह उनके रुपये अपने खाते में मंगाने के लिए प्रति दस हजार पर 150 रुपये कमीशन लेगा। उसकी यह सर्त साइबर ठग तत्काल स्वीकार कर लिए। इसके बाद ठग बंगोर और त्रिभुवनपुरम में ठगे गए लोगों से जनसेवा केंद्र संचालक के खाते में दो लाख के करीब रुपये मंगा लिए। खाते में रुपयों के आने पर जन सेवा केंद्र संचालन अपना कमीशन काटकर सारे रुपये उन ठगों को दे दिया। पैसा पाते ही सभी शातिर वहां से चले गए। ठगों की गिरफ्तारी करने वाली साइबर सेल की टीम के मुताबिक त्रिभुवन पुरम व बंगलोर के ठगे गए लोगों ने वहां मुकदमा दर्ज करा दिया। वहां की साइबर सेल जांच में जुटी और यहां के जनसेवा केंद्र संचालक के खाते को सीज करा दी। खाता सीज होते ही परेशान रंजीत ने शिकायत यहां साइबर सेल से की। साइबर सेल की टीम जांच में जुटी तो पूरा प्रकरण खुलकर सामने आया। टीम ने कहा कि पूछताछ में गिरफ्तार शातिरों ने इस घटना भी स्वीकार किया है।
गिरफ्तार किए गए साइबर ठगों से पूछताछ और छानबीन में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। हर किसी को चाहिए कि वह अपरिचित या किसी के कहने पर अपने खाते में पैसा नहीं मंगाए। ऐसा करने वाले को जेल भी जाना पड़ सकता है।
सतीशचंद्र, एसपी क्राइम