लड़कियों से फोन करवाकर फंसाने के बाद बदनाम करने की धमकी देकर वसूल रहे रुपये

सरकारी नौकरी व व्यापार से जुड़े लोगों को बना रहे निशाना, जड़ तलाश रहा साइबर थाना

mukesh.chaturvedi@inext.co.in

PRAYAGRAJ: लोगों से रुपये लेने के लिए साइबर शातिर किस हद तक गिर सकते हैं इसका अनुमान भी लगा पाना मुश्किल है। बैंक अकाउंट से रुपये निकलाने व सामान बेचने के बहाने ठगी करने वाले शातिर अब ब्लैकमेलिंग पर उतर आए हैं। खासकर सरकारी नौकरी व व्यापार करने वाले लोग इनके टारगेट पर हैं। साइबर शातिर ऐसे लोगों के पास लड़कियों से कॉल करवा रहे हैं। मना करने के बावजूद लगातार लड़कियों से कॉल करायी जाती है। तीन से चार दिनों तक बात करने के बाद लड़कियां या उनके आका लोगों को ब्लैकमेल कर रुपयों की डिमांड करते हैं। इस तरह की शिकायतें साइबर सेल थाने में बढ़ती जा रही हैं। साइबर थाने के एक्सपर्ट इन ब्लैकमेल करने वाले शातिरों की जड़ तलाशने में जुट गए हैं।

लंबी बात की करती हैं कोशिश

साइबर थाने के एक्सपर्ट की मानें तो इस गैंग की लड़कियां पहले कॉल करके अपनी बातों में फंसाने की कोशिश करती हैं। जब लोग कॉल इग्नोर करने लगते हैं तो वे अलग-अलग नंबरों से फोन करना शुरू कर देती हैं। ऐसा इनके जरिए लगातार तीन से चार दिनों तक किया जाता है। इनकी कोशिश होती है कि सामने वाला व्यक्ति गालियां ही क्यों न दे पर काफी देर तक बातें करे। इसके बाद वे पीछा छोड़ने के लिए रुपयों का डिमांड शुरू कर देती हैं। रुपये न देने या कुछ कहने पर यही डिमांड उनके आका करने लगते हैं। इनके जरिए धमकी का तरीका थोड़ा अलग होता है। पहले तो यह खुद की बेटी या बहन को फोन करने व बहकाने जैसी बात करके मानसिक प्रेशर बनाते हैं। यहां तक कि मुकदमा लिखवाने तक की धमकी देना शुरू कर देते हैं। बदनामी के डर से लोग किसी तरह बेगुनाह होते हुए भी इनके जाल में फंस जाते हैं। प्रेशर में आए व्यक्ति से साइबर शातिर दस हजार से शुरू करके 25 से 30 हजार रुपये तक की डिमांड करते हैं।

मोल भाव करने से भी नहीं हिचकते

थाने के एक्सपर्ट कहते हैं कि लोग इनसे पीछा छुड़ाने के लिए इन रुपयों को लेकर मोल भाव शुरू कर देते हैं। धीरे-धीरे कुछ रुपये कम करके साइबर शातिर अपने खाते में ट्रांसफर करवा लेते हैं। रुपयों के उनके बताए खाते में डालते ही वह कॉल करना बंद कर देते हैं। साइबर थाने में मार्च से लेकर अब तक करीब डेढ़ दर्जन शिकायतें पहुंची हैं। शिकायत कर्ताओं ने अप्लीकेशन में अफसरों से रिक्वेस्ट कर रखे हैं कि वे उनका नाम कहीं ओपन न करें।

इस तरह आप सिखाएं सबक

किसी भी अनजान नंबर से आने वाली कॉल को रिसीव न करें

कॉल रिसीव कर ही लें तो उसकी मंशा और बात को समझने के बाद तत्काल फोन काट दें

इसके बाद भी कॉल आना बंद न हो तो बगैर देर किए मामले की शिकायत अपने थाने या चौकी पर करें

इसकी जानकारी अपने अपने घर परिवार वालों को भी दें कि कोई कॉल करके परेशान कर रहा है

यदि कॉल करने वाली लड़की या लड़के के जरिए रुपये की डिमांड की जाय तो अकाउंट नंबर नोट कर लें

इसके बाद उसमें रुपये डालने के बजाय तत्काल जानकारी साइबर थाने या फिर पुलिस को दें

साइबर थाना या पुलिस एक्शन लेते हुए उसके खाते को तत्काल बंद करवा देगी, खाता बंद होने से वे खुद परेशान होंगे

क्योंकि, साइबर शातिरों को एक फर्जी अकाउंट खोलने के लिए लोगों को मैनेज करके उन्हें रुपये देने पड़ते हैं

खाता ही बंद हो जाएगा तो इसका नुकसान इन शातिरों को होगा

यह नुकसान उनकी परेशानी का कारण बनेगा

प्राप्त शिकायतों में कॉल करके लड़कियों द्वारा ब्लैकमेल करने की बातें कही गई हैं। अब तक की छानबीन में मालूम चला है कि ऐसा साइबर शातिर कर रहे हैं। शातिरों का यह लोगों से रुपये ऐंठने का नया तरीका है। लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।

राजीव तिवारी

साइबर थाना प्रभारी