प्रयागराज ब्यूरो । साइबर सेल ने एक शातिर को गिरफ्तार करके किया खुलासा, इसके पूर्व साइबर थाने की थी गिरफ्तारी
क्कक्र्रङ्घ्रत्रक्र्रछ्व: नौकरी करते हों या फिर पढ़ाई अथवा बिजनेस, मोबाइल यूज करते वक्त एक छोटी सी भूल बड़ी मुसीबत में डाल सकती है। सोशल साइट पर एक्टिव तमाम लोगों की भावनाओं को भड़काकर शातिर उनका अश्लील वीडियो बना लिए। इसके बाद उस वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेलिंग कर रहे हैं। ऐसे एक दो नहीं कई केस जिले के अंदर सामने आ चुके हैं। कुछ दिन पूर्व इसी तरह के एक मामले का खुलासा साइबर थाने के जरिए किया था। एक पखवारा भी नहीं बीतर कि इसी तरह का एक और केस साइबर सेल तक पहुंच गया है। साइबर सेल की टीम के द्वारा शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया शातिर राजस्थान का निवासी है। पूछताछ में उसके जरिए साइबर टीम को जो बातें बताई गई हैं उसे सुनकर हर व्यक्ति को सतर्क रहने की जरूरत है। कहा जा सकता है कि यदि वीडियो कॉलिंग के लिए कोई लड़की कपड़े उतरवाने की कोशिश करें तो उसके झांसे कभी न आएं। अन्यथा की दशा में कोई भी साइबर ठगों के झांसे में ब्लैकमेलिंग में आकर शिकार हो सकता है।

राजस्थान का है गिरफ्तार शातिर
हर शख्स के जीवन की जरूरत बन चुके मोबाइल पर एक्टिव साइबर ठग लोगों को लूटने से बाज नहीं आ रहे हैं। पुलिस और पब्लिक जब तक उनके एक तरीके समझती वह लोगों को फंसाने और ठगने का दूसरा रास्ता तैयार कर लेते हैं। इन दिनों साइबर ठग एक आईटेक ऐप की मदद से लोगों को महिला की आवाज में बोलकर इश्क फरमाते हैं। उसे विश्वास हो कि बोलने वाला शख्स युवती या महिला ही है इसके लिए वे मोबाइल पर बनाए गए अपने फेक पेज पर सिकी सुंदर युवती या महिला की डीपी लगा देते हैं। डीपी दिखाकर सिर पर दीवानगी का भूत चढ़ाने के बाद मैसेज के जरिए शातिर बातें शुरू करते हैं। बात शुरू होने के एक दो दिन वह ही शातिर वह काम शुरू करते हैं जिसकी विश्वास में फंसे शंकर को कभी उम्मीद नहीं होती। ऐप के माध्यम से वह कपड़े उतरवा कर न्यूड वीडियो बना लेते हैं। इसके बाद वीडियो को वाट्सएप पर भेजकर वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेलिंग शुरू कर देते हैं। ऐसे ही साइबर ठगों के फेर में फंसे कई लोग लाखों रुपये गंवा चुके हैं। ठगों के द्वारा बनाए गए वीडियो को देखकर वे बदनामी के डर से चार पांच नहीं बल्कि दस-दस लाख तक दे चुके हैं। शुक्रवार को साइबर सेल की टीम के द्वारा एक साइबर ठग को गिरफ्तार किया गया। टीम ने बताया कि गिरफ्तार शातिर का नाम राहुल खान पुत्र सूबेदार खान है। वह राजस्थान के अलवर जिला स्थित चोरोटी पहाड़ थाना सदर का रहने वाला है। उसके जरिए भवनाओं को भड़कार एक शख्स से ब्लैकमेलिंग करके कई किस्तों में दस लाख रुपये की ठगी की गई थी। इस शातिर को गिरफ्तार करने वाली टीम में निरीक्षक मो। आलमगीर, कांस्टेबल आपरेटर ग्रेड ए जय प्रकाश सिंह, मुख्य आरक्षी पंकज कुमार, आरक्ष्ज्ञी अतुल त्रिवेदी, आरक्षी रणवीर सिंह सेंगर, आरक्षी अनुराग यादव शामिल रहे।


इस तरह बिछाता था शातिर पूरा जाल
राहुल खान ने साइबर सेल टीम को बताया कि इस काम को करने में उसका एक पूरा गैंग है।
गैंग के लोगों का अलग-अलग काम है कुछ लोग दूसरे राज्यों से फेक आईडी पर मोबाइल का सिम लिया करते हैं
उसी सिम के सोसल साइट पर मोबाइल के जरिए लड़कियों के नाम फर्जी फोटो लगाकर पेज तैयार करते हैं।
इसके बाद वह ऐसे लोगों को साइट पर सर्च करते हैं जिनकी डीपी ठीक ठाक होती है और नौकरी या बिजनेस या फिर बड़े कॉलेजों में पढ़ रहे होते हैं।
उन्हें उसी फेक आईडी से मैसेज भेजना शुरू करते हैं, मैसेज का जवाब देने वालों से वे मैसेज से ही कुछ दिनों तक बातें करते हैं
मैसेज से बात में यह भी बताते हैं कि जो डीपी लगी है मैसेज वही कर रही है, डीपी को देखकर लोग मोहित हो जाते हैं
कुछ दिनों तक मीठे-मीठे मैसेज भेजकर फंसाने के बाद कहते हैं कि वीडियो कालिंग पर मेरे साथ इंज्वाय करोगे
फर्जी डीपी को देखकर मोहित शख्स तपाक से वीडियो कालिंग की बात मान लेता है इसके बाद शातिर वह ब्लैकमेलिंग का असली खेल खेलना शुरू करता था
एक ऐप के जरिए वह वीडियो काल करता था, इसके पहले अपना खुद और झांसे में फंसे शख्स का भी वायस बंद करा देता था।
फिर ऐप के जरिए उसे दूसरे मोबाइल से वीडियो कालिंग पर डीपी में लगी युवती की तस्वीर से वीडियो बनाकर दिखाया करता था और खुद बोलता था
ऐप उसकी आवाज को लड़की की आवाज में कंवर्ट कर देता था, फिर वह बाथरूम या अकेले कमरे में भेज कर भावनाओं को भड़काता था
इसके बाद जब व्यक्ति पूरी तरह उसके इस जाल में फंस जाता था तो कपड़े उतरवा कर ऐप के जरिए वीडियो बना लेता था
फिर उसी वीडियो को मोबाइल पर वायरल करने के नाम पर धमकी देकर ब्लैकमेलिंग शुरू कर देता था
पहले वीडियो वायरल करने के नाम पर लाखों रुपये की डिमांड करता था, लोग लोकजाल के भय से रुपये दे दिया करते थे
इसके बाद वीडियो को डिलीट करने फिर पुलिस अधिकारी बनकर भी लोगों को वीडियो वायरल होने की धमकी देकर रुपये लूटा करता था।