- दो और के एकाउंट किए साफ, बैंक के नाम पर किया था फोन
- हर हफ्ते सामने आ रहे तीन मामले, खुलासा एक का भी नहीं
ALLAHABAD:
क्लीन इंडिया कैंपेन का भले ही कोई असर न दिख रहा हो लेकिन साइबर शातिर आपरेशन 'एकाउंट क्लीन' में जुटे हैं। साइबर शातिर आए दिन किसी न किसी का बैंक एकाउंट क्लीन कर दे रहे हैं। जब खाते से रुपए उड़ा दिए जाते हैं तब जाकर लोगों को होश आता है। शिकायतें होती हैं, एफआईआर दर्ज होती है और मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। इस साल हर हफ्ते तीन की औसत से साइबर क्राइम के मामले दर्ज हुए लेकिन खुलासा एक का भी नहीं हुआ। शनिवार को ही दो लोगों को साइबर शातिरों ने चूना लगा दिया।
1. तेलियरगंज के रिटायर्ड टीचर रमेश कुमार को साइबर शातिरों ने 37 हजार रुपए की चोट दी। रमेश का एकाउंट बैंक आफ बड़ौदा में है। उनके पास चार दिन पहले फोन आया था। फोन करने वाले ने कहा था कि अपडेट न होने के कारण उनका एकाउंट बंद किया जा रहा है। रमेश कुमार झांसे में आ गए। उन्होंने एकाउंट की डिटेल फोन करने वाले को बता दी। उनको झटका तब लगा जब मैसेज आया कि उनके एकाउंट से 37 हजार रुपए निकाल लिए गए हैं। इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
2. कीडगंज के रहने वाले कारोबारी अनिल कुमार केसरवानी के रुपए पर साइबर शातिरों ने हवाई जहाज की सैर कर ली। उनका बैंक एकाउंट पीएनबी में है। उनके पास भी एकाउंट अपडेट के नाम पर फोन किया गया था। वह भी झांसे में आ गए और एटीएम कार्ड नंबर से लेकर पासवर्ड तक फोन करने वाले को बता दिया। कुछ ही देर में अनिल के पास एसएमएस आया कि उनके एकाउंट से 64 हजार रुपए निकाल लिए गए हैं। वह भागकर बैंक पहुंचे और डिटेल चेक की। पता चला कि उनके एकाउंट से हवाई जहाज के टिकट की परचेजिंग की गई है। उन्होंने 11 फरवरी को ही शिकायत दर्ज करवा दी लेकिन रुपए अब तक रुपए वापस नहीं मिले हैं।
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इनसे करें परहेज
- बैंक के नाम पर फोन करने वाले को कोई जानकारी न दें
- अगर कोई एकाउंट अपडेट करने या केवाईसी का झांसा देता है तो पुलिस को खबर दें
- समय-समय पर एटीएम कार्ड का पासवर्ड चेंज करते रहें
- ऑनलाइन परचेंजिंग करते वक्त सिक्योरिटी मानकों का ख्याल रखें
- किसी से एटीएम या क्रेडिट कार्ड नंबर शेयर न करें
- एटीएम कार्ड या पर्स में कभी पासवर्ड न लिखें
- एटीएम में किसी के सामने रुपए न निकालें