तैनात होंगे इंस्पेक्टर और दारोगा, शराब माफिया की खोली जाएगी हिस्ट्रीशीट

प्रयागराज

साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों पर अंकुश लगाने और अपराधियों पर तेजी से कार्रवाई के लिए अब साइबर सेल को मजबूत बनाया जाएगा। इसके तहत प्रयागराज रेंज के प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशांबी और फतेहपुर जिले के साइबर सेल में एक इंस्पेक्टर, दो दारोगा व पांच से छह सिपाहियों की तैनाती की जाएगी ताकि साइबर क्राइम का शिकार व्यक्ति अपने ही जिले में मुकदमा करवा सकें। साइबर क्राइम का मुकदमा आइटी एक्ट के तहत दर्ज होता है, जिसकी विवेचना इंस्पेक्टर ही कर सकते हैं।

आइजी ने कप्तानों के साथ की बैठक

मंगलवार को आइजी केपी सिंह ने चारों जिले के पुलिस कप्तानों और दूसरे अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें यह तय किया गया कि अवैध शराब से जुड़े टाप 10 माफिया के खिलाफ तेजी से कार्रवाई होगी। इसके तहत आपराधिक रिकार्ड के आधार पर हिस्ट्रीशीट खोलने, गैंगस्टर लगाने और शराब दुकानों का लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही भू-माफिया के विरुद्ध कार्रवाई की समीक्षा करते हुए बचे हुए अपराधियों पर भी शिकंजा कसा जाएगा। आइजी ने आगामी त्योहार बकरीद और कांवड़ यात्रा को लेकर भी सुरक्षा-व्यवस्था व दूसरी तैयारियों को लेकर निर्देश दिए। कहा कि कांवड़ के मार्गों, मंदिरों, गंगा के घाटों पर समुचित व्यवस्था की जाए, जिससे श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो। बकरीद को लेकर सभी थानाध्यक्ष पीस कमेटी की बैठक व दूसरे जरूरी उपाय करेंगे। बैठक में प्रयागराज के एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी व अन्य जिलों के एसपी मौजूद रहे।

ब्लैक स्पाट को ग्रीन स्पाट बनाने पर जोर

-सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए अब टोल प्लाजा पर पुलिस चौकी बनाने व सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के बारे में तय किया गया है। साथ ही अगर किसी मार्ग पर एक से अधिक व्यक्ति की मौत होती है तो वहां सीओ, एआरटीओ, एनएचआइ और पीडब्ल्यूडी के अधिकारी संयुक्त रूप से जाकर अध्ययन करेंगे। इसके बाद वहां हादसों को कम करने के लिए उपाय किए जाएंगे। यानी अलग-अलग मार्गों पर चिह्नित ब्लैक स्पाट को ग्रीन स्पाट में बदलने के लिए काम किया जाएगा। इस दौरान संबंधित विभाग के अफसर भी मौजूद रहे।