प्रयागराज (ब्यूरो)। गाढ़ा गांव निवासी दयाशंकर के घर के पास एक बिजली का पोल लगा हुआ है। पोल को सपोर्ट देने के लिए विभाग ने जमीन से स्टे तार लगा रखा है। सुबह शुक्रवार सुबह उनका नौ वर्षीय बेटा दीपांशु खेल रहा था। खेलते हुए वह पोल के पास पहुंच गया और उसका पांव खंभे के स्टे तार से टच हो गया। स्टे तार पोल पर खींचे गए सप्लाई के तार से टच था। इसलिए उसमें करंट आ रहा था। स्टे तार के संपर्क में आते ही दीपांशु तड़पने लगा। चंद कदम की दूरी पर करंट की चपेट में आए भतीजे को तड़पते देख चाचा चिंतामणि दौड़ पड़ा। मौत से भतीजे को छुड़ाने की मंशा से वह उसे खींचने के लिए जैसे ही पकड़ा वे भी करंट यानी तार से चिपक कर तड़पने लगा। ङ्क्षचतामणि के चचेरे अशोक कुमार की नजर पड़ी तो भी सोचा कि खींचकर दोनों को बचा ले। खींचने के लिए जैसे ही दोनों का हाथ पकड़ा करंट उसे भी दबोच ली। तीनों को मौत से जंग लड़ते देख पड़ोसी संतलाल भी जान पर खेल गया। तीनों को बचाने की कोशिश में संतलाल भी करंट की चपेट में आ गया। तब तक दीपांशु और ङ्क्षचतामणि के परिजनों की नजर पड़ी और वह शोर मचाते हुए दौड़ पड़े। आवाज सुन पहुंचे ग्रामीण लाठी व डंडे से चारों को कड़ी मशक्कत के बाद तार से दूर किए। मगर, तब तक दीपांशु, ङ्क्षचतामणि और अशोक कुमार दम तोड़ चुका था। गंभीर रूप से झुलसे संतलाल एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। घटना से आक्रोशित ग्रामीण अमिलिया मार्ग पर तीनों की बॉडी रखकर जाम लगा दिए। खबर मिली तो कोरांव थाने की पुलिस व
राजस्व अधिकारी मौके पर पहुंचे। फौरन दोषियों पर कार्रवाई व आर्थिक सहायता दिए जाने का आश्वासन देकर वह सभी को शांत कराए। मृतकों के परिवार की महिला सूर्यकली द्वारा बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी गई। घटना के बाद जींद से जाने बिजली विभाग के अफसरों ने कहा कि बारिश का दिन है ऐसे में लोग बिजली पोल व स्टे तार से दूर रहें। बिजली को पोल लोहे का हो या फिर सीमेंटेड इससे बच्चों को भी दूर रखें।

वर्जनरोड पर जाम लगाने वालों को समझा बुझाकर पुलिस द्वारा शांत करा दिया गया है। बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेजा गया है। राजस्व विभाग की ओर से उन्हें दोषियों पर कार्रवाई व मदद का आश्वासन दिया गया है।
सौरभ दीक्षित, एसपी यमुनापार