करंट एकाउंट में दी गई राहत से खुश नहीं बड़े व्यापारी
सीसी और ओवर ड्राफ्ट को भी आदेश में शामिल करने की मांग
ALLAHABAD: करंट एकाउंट में पचास हजार रुपए की निकासी की छूट दिए जाने से छोटे व्यापारी भले ही खुश हो लेकिन बड़े व्यापारी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस छूट में ओवर ड्राफ्ट और क्रेडिट कैश खातों को शामिल नहीं किए जाने से उनका धंधा चौपट हो रहा है। वह बड़ा पेमेंट नहीं कर पा रहे हैं। अपनी मांगों को लेकर आए दिन व्यापारियों और बैंक अधिकारियों के बीच बहस चल रही है। बैंकों का कहना है कि आरबीआई की ओर से जारी गाइड लाइन में केवल करंट एकाउंट की बात की गई है, जिसका पालन किया जा रहा है।
पचास हजार में कैसे होगा बिजनेस
इलाहाबाद बैंक, एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा आदि बैंकों में खाताधारक बड़े व्यापारियों का जमघट लगा हुआ है। करंट एकाउंट में पचास हजार निकालने की छूट दिए जाने के बाद उन्हें लगा कि ओवर ड्राफ्ट और सीसी की फैसिलिटी भी उन्हें मिलेगी, लेकिन यह कयास पल भर में दूर हो गए। जब बैंक ने कहा कि आरबीआई की ओर से जारी गाइड लाइन में इनका जिक्र नही किया गया है। ऐसे में बड़े व्यापारियों ने अपना माथा पीट लिया है। उनका कहना है कि बड़े व्यवसाय में पेमेंट और लोन देने जैसी चीजें ठप हो जाएंगी और धंधा चौपट होने की कगार पर आ जाएगा। उन्होंने सरकार से करंट एकाउंट में दोनों फेसिलिटी दिए जाने की मांग की है।
सरकार को दोनों सुविधाएं दी जानी चाहिए। हमारे यहां स्कीम के तहत किसानों को लोन दिया जाता है। दूसरी चीजें भी एग्रीकल्चर को बढ़ावा देने के लिए आयोजित की जाती है। करंट एकाउंट में पचास हजार की छूट दिए जाने से यह संभव नही है।
प्रो। चंद्रकांत शुक्ला, शियाट्स नैनी
बात तो सही है लेकिन अगर सीसी और ओडी की सुविधा दे दी गई तो केंद्र सरकार की नोट बंदी की पूरी कवायद पर असर पड़ सकता है। फिर भी व्यापारी प्वाइंट ऑफ व्यू से राहत की दरकार तो बनी हुई है।
महेंद्र गोयल, पदाधिकारी, कैट