प्रयागराज (ब्‍यूरो)। इसी कंडम व जर्जर ट्रैक पर हर रोज सैकड़ों लोग मार्निंग और इवीनिंग वॉक करने को मजबूर हैं। इसी ट्रैक पर पुलिस व सेना की तैयारी कर रहे युवा भी रेस की प्रैक्टिस हर रोज करते हैं। यह मसला दर्जनो बार उठाया जा चुका है। मंगलवार को मिटिंग में यह मुद्दा उठा और रेनोवेशन वर्क को मंजूरी दी गयी तो दैनिक जागरण आई नेक्स्ट पहुंच गया इसकी एक्चुअल स्टेटस चेक करने।

पार्क में 400 मीटर दौड़ेगी ट्रेन
पार्क में 400 मीटर में ट्रैक बिछाकर उस पर ट्वायट ट्रेन चलाने की तैयारी है। प्रति राउंड 60 बच्चे इस ट्रेन का लुत्फ ले सकेंगे। इच्छानुसार बड़े भी इसमें बैठ सकेंगे। इसका निर्माण पीडीए द्वारा कराया जाएगा। उद्यान विभाग की देखरेख में संचालन का काम ठेकेदार टिकट पर करेंगे।

औषधीय वाटिका का होगा निर्माण
आधुनिक युग के बच्चे तमाम ऐसे औषधीय पौधे हैं जिनका नाम व पहचान नहीं जानते। ऐसे पौधों के प्रति उन्हें जागरूक करने के लिए पार्क में औषधीय वाटिका तैयार किया जाएगा। इनमें आयुर्वेदिक औषधीय पौधे लगाए जाएंगे। बताया गया कि पार्क के झील को भी दुरुस्त कराने की स्वीकृति मिल गई है। मेंटिनेंस के बाद इसमें वोटिंग की भी व्यवस्था होगी।

पार्क की कैंटीन में कर सकेंगे नाश्ता
पार्क गेट नंबर एक के पास कैंटीन बनाने के प्रस्ताव को भी हरी झण्डी मिल गई है। उद्यान अफसरों की मानें तो इस कैंटीन में लोग नाश्ते व चाइनीज फूड का आनन्द कर सकेंगे। अभी इसमें वक्त लगेगा। कैंटीन का संचालन के लिए टेंडर होगा। टेंडर लेने वाला व्यक्ति इस कैंटीन का संचालन करेगा।

एक करोड़ से ज्यादा आय
शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क में इंट्री के लिए लगाये गये टैक्स से प्रति वर्ष करीब एक करोड़ रुपये मिल रहे हैं। पार्क की सुरक्षा में सेना से रिटायर्ड 23 गार्ड लगाए गए हैं। इनका वेतन हर महीने 30 हजार के करीब है। टिकट बुकिंग काउंटरों पर 18 कर्मचारी तैनात हैं। इन कर्मचारियों की सैलरी हर महीने 12 से पंद्रह हजार रुपये बताई गई।

हम सेना की तैयारी कर रहे हैं। सुबह और शाम इसी ट्रैक पर दौड़ते हैं। देखते हैं तमाम बच्चे नंगे पांव दौड़ते हैं। जर्जर ट्रैक सिर्फ युवाओं के लिए ही नहीं वाकिंग करने वालों को भी परेशान करता है।
इशु कुमार, रामबाग

मेंटेनेंस के लिए टिकट लगाया गया और मेंटेनेंस जीरो है। आज पता चला है कि रेनोवेट करने पर कुछ फैसला हुआ है। काम हो जाए तो मानेंगे कि मिटिंग यूजफुल रही।
नीरज कुमार, छोटा बघाड़ा

वाकिंग ट्रैक का दुरुस्त होना बहुत जरूरी था। यह जगह-जगह क्या पूरा ही खराब हो चुका है। मैट उखड़ जाने से गड्ढे हो गए हैं। इस पर वाकिंग तो दूर पैदल वैसे भी चलना मुश्किल है।
अभिषेक यादव, कटरा

यही एक ऐसा पार्क है जहां लोगों को थोड़ा सुकून और ताजी हवा मिलती है। यहां की हालत बहुत खराब है। आज सुना है कि पार्क को रेनोवेट किये जाने को मंजूरी मिल गयी है। देखते हैं कब तक काम पूरा होता है।
सत्यम यादव, रामबाग

पार्क में कई नए कार्यों की स्वीकृति मिली है। जिसका काम पीडीए के द्वारा कराया जा रहा है। हमारा काम केवल पार्क की निगरानी व सुरक्षा का है। जर्जर हो चुके वाकिंग ट्रैक का भी प्रस्ताव भेजा गया है।
उमेशचंद्र उत्तम अधीक्षक, राजकीय उद्यान चन्द्रशेखर आजाद पार्क