प्रयागराज (ब्यूरो)। शक्तिपीठ मां कल्याणी देवी मंदिर में नवरात्र के पावन पर्व पर सप्तमी के दिन भगवती का कालरात्रि स्वरूप में भव्य दर्शन भक्तों को प्राप्त हुआ। आचार्य पंडित सुशील पाठक एवं पंडित श्यामजी पाठक ने बताया कि मां कल्याणी का कालरात्रि रूप में श्रृंगार किया गया। इस दौरान मां काली जटा बिखेरे भगवान शिव जी पर आरूढ़ गले में मुंडो की माला धारण किए जिव्हा निकालें बड़ी नेत्रों वाली मां काली के रूप में दर्शन दिया। मां के दर्शन को देखकर हर तरफ मां के जयकारों से पूरा मंदिर परिसर गुंजायमान हो गया। श्याम जी पाठक ने बताया कि मां काली का स्वरूप भयानक होने के बावजूद भी वह शुभ फल देने वाली देवी हैं। मां काली नकारात्मक तामसी और राक्षसी प्रवृत्तियों का विनाश कर भक्तों को दानव, दैत्य आदि से अभय प्रदान करती हैं। महाअष्टमी के अवसर पर बुधवार को मां कल्याणी का स्वर्ण आभूषणों से श्रृंगार किया जाएगा। इस मौके पर श्रृंगार के लिए विशेष रूप से पुष्पों व विशेष वस्त्रों को मंगाया गया है। जिससे मां का श्रृंगार होगा। साथ ही प्रसाद और कन्या पूजन का भी आयोजन किया गया है।
कालीबाड़ी मंदिर में हुई विशेष पूजा
मुट्ठीगंज स्थित कालीबाड़ी मंदिर में सप्तमी के अवसर पर विशेष पूजन का आयोजन किया गया। इस दौरान मां काली मंत्रोच्चार के साथ पूजन व अनुष्ठान हुआ। मंदिर में भोर से ही भक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। शाम को मां का श्रृंगार हुआ। ललिता देवी मंदिर में भी सोशल डिस्टेसिंग के साथ पूजन और दर्शन के लिए भक्त पहुंचे। मां अलोपशंकरी देवी मंदिर अलोपीबाग में भी भक्तों ने मां के कालरात्रि रूप में दर्शन और पूजन किया। इस दौरान लोगों ने अपनी मन्नतें पूरी करने के लिए मां का आर्शिवाद प्राप्त किया।