- इलाहाबाद यूनिवíसटी फैमली ग्रुप पुरा छात्रों के जरिए लोगों को पहुंचा रही मदद

- कोरोना से पीडि़तों की डिमांड पर हर संभव हेल्प कर रहे फैमली से जुड़े पुराछात्र

प्रयागराज- कोरोना के लगातार बढ़ रहे संक्रमण के मामले ने जहां सरकार और सिस्टम को भी परेशान कर दिया है। वहीं इलाहाबाद यूनिवर्सिटी फैमली ग्रुप लोगों के लिए हर संभव मदद करने में जुटा है। परिवार से जुड़े लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद पुरा छात्रों की मदद से लोगों की मदद कर रहे हैं। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बचायी जा सके। फेसबुक पर पुराछात्रों और वर्तमान छात्रों के बनाए गए इस ग्रुप में अब तक करीब 53 हजार लोग जुड़े हैं। इसमें पुराछात्रों में देश के अलग-अलग हिस्सों में तैनात, आईएएस,पीसीएस, आईआरएस,आईपीएस, जज समेत अन्य विभागों में उच्च पदों पर तैनात इलाहाबाद यूनिवíसटी के पुराछात्र है। ग्रुप के एडमिन कौस्तुब त्रिपाठी ने बताया कि कोरोना महामारी के समय में हम सभी का प्रयास है कि अपने रिर्सोस के जरिए लोगों की ज्यादा से ज्यादा मदद कर सके। ऐसे में पुराछात्रों की मदद से ये संभव हो रहा है।

गुजरात के वापी तक पहुंचा दी मदद

इलाहाबाद यूनिवíसटी फैमली ग्रुप से जुड़े यूनिवíसटी के पुराछात्र अजीत प्रताप के पास एक व्यक्ति ने गुजरात के वापी में मेडिकल हेल्प मांगी। हेल्प मांगने वाले ने बताया कि घर में उसके साथ सिर्फ उसकी पत्नी है। वह कोरोना से पीडि़त है और आक्सीजन लेवल लगातार कम हो रहा है। ऐसे में अजीत ने इलाहाबाद यूनविíसटी फैमली ग्रुप पर हेल्प करने की बात पोस्ट की। साथ ही सभी मेंबर्स से मदद करने की अपील की। इसके बाद गुजरात के वापी में मदद करने की कड़ी खोजने का सिलसिला शुरू हो गया। इसी बीच इलाहाबाद यूनिवíसटी के पुराछात्र आईआरएस अंजनी कुमार पाण्डेय सामने आए। उन्होंने तत्काल अजीत प्रताप से संपर्क किया और मदद करने की बात कही। इसके बाद अंजनी कुमार पाण्डेय ने वापी के एडीएम से बात की और तत्काल किसी भी प्रकार से व्यवस्था करने की बात कही। उसके कुछ घंटों बाद ही एम्बुलेंस मदद की गुहार लगाने वाले पेशेंट के पास पहुंच गई और उसे हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया गया। जिससे उसकी जान बचायी जा सकी। ऐसे ही यूपी के साथ ही अन्य स्टेट में भी ग्रुप से जुड़े लोगों दूसरे की हर संभव मदद करने में जुटे है।

ग्रुप के युवाओं ने बना दी मेडिकल हेल्प टीम

इलाहाबाद यूनिवíसटी फैमली ग्रुप से जुड़े युवाओं ने कोरोना महामारी को देखते हुए ग्रुप पर ही मेडिकल हेल्प टीम भी बना ली है। इसमें यूनिवíसटी के लॉ के पुराछात्र अजीत प्रताप सिंह, लॉ स्टूडेंट शैलजाकांत त्रिपाठी, कौस्तुभ त्रिपाठी, अशीष कुमार मिश्र, चंदन मौर्या, लवलेश शर्मा, अरविंद कुशवाहा, ओपी यादव, दिव्याश सुडेले और नवीन मिश्रा है। छात्रों की ये टीम अब तक दर्जनों लोगों की मदद कर चुकी है। टीम पहले मरीज के बारे में पूरी डिटेल लेती है। उसके बाद उसे फेसबुक पर साझा करती है। साथ ही डाक्टर्स से संपर्क करने का प्रयास किया जाता है। इसके बाद आसानी से मरीज को भर्ती कराया जाता है।

'जीत तो अपनी ही होगी'

इलाहाबाद यूनिवíसटी के लॉ के स्टूडेंट शैलजाकांत त्रिपाठी व कौस्तुभ त्रिपाठी बताते है कि उनका मकसद है कि वह सब मिलकर कोरोना को हराएंगे। भरोसे के साथ मुस्कुराते हुए कहते है जीत तो अपनी ही होगी। हार केवल कोरोना वायरस संक्रमण की होगी। अब तक कई लोगों की दुआओं को यह टीम समेट चुकी है।